पटना : बिहार में चुनाव से पहले कोऑर्डिनेशन कमेटी को लेकर एक बार फिर से चर्चा हो रही है. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी कोऑर्डिनेशन कमेटी को लेकर महागठबंधन से नाराज हुए थे और नाराजगी इस कदर थी कि उन्होंने महागठबंधन से ही खुद को अलग कर लिया. अब जब जीतन राम मांझी एनडीए में शामिल हो गए तो आरजेडी के लोग जीतन राम मांझी से कोऑर्डिनेशन कमेटी की मांग पर सवाल उठा रहे हैं.
'NDA में जाते ही जीतन राम मांझी के बदले बोल'
एनडीए में जाने के बाद हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी के बोल बदल गए हैं. पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कोऑर्डिनेशन कमेटी की मांग को लेकर महागठबंधन से नाता तोड़ लिया था. अब आरजेडी के प्रवक्ता रामानुज प्रसाद कह रहे हैं कि एनडीए में जाने के बाद एक बार भी जीतन राम मांझी ने कोऑर्डिनेशन कमेटी की मांग नहीं की.
'आरजेडी के आरोपों पर सफाई'
आरजेडी के आरोपों पर 'हम' के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि हम अभी औपचारिक रूप से एनडीए में शामिल नहीं हुए हैं. आने वाले दिनों में यह जल्द ही साफ हो जाएगा कि आरजेडी के लोग सहयोगी दलों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं.
'कोऑर्डिनेशन कमेटी की जरूरत नहीं'
हम और आरजेडी प्रवक्ताओं के बयानबाजी के बीच बीजेपी प्रवक्ता का राम सागर सिंह का कहना है कि एनडीए में किसी भी बात को लेकर कोई विवाद नहीं है. इसलिए एनडीए में कोऑर्डिनेशन कमेटी की कोई जरूरत नहीं है. हम अपने सहयोगी दलों का सम्मान करते हैं.