पटना: कांटे की टक्कर में फंसा बिहार चुनाव परिणाम धीरे-धीरे अपने अंजाम की ओर पहुंच रहा है. अब महज कुछ घंटों में तस्वीर साफ हो जाएगी कि आखिर बिहार का नया बलवान कौन होगा. अब तक के रुझानों में एनडीए ने बढ़त हासिल कर ली है. आरजेडी और बीजेपी में सबसे बड़ी पार्टी बनने के लिए कड़ी टक्कर चल रही है. इसको लेकर जब ईटीवी भारत संवाददाता ने जदयू के वरीय नेता वशिष्ठ नारायण सिंह से बात की तो उन्होंने बताया कि 'हमलोग जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वसत थे, नीतीश कुमार ने बिहार को बदलने का काम किया है'. महिलाओं समेत अन्य मतदाताओं ने नीतीश पर अपनी अस्था दिखाई है.
'नीतीश ही बनेंगे मुख्यमंत्री'
बीजेपी की सबसे बड़ी पार्टी बनने के सवाल पर वशिष्ठ नारायण सिंह ने कहा कि बिहार चुनाव नीतीश कुमार के चेहरे के नाम पर लड़ा गया था. खुद बीजेपी ने ही इसका ऐलान किया था. नीतीश के चेहरे पर आस्था रखनी होगी. उन्होंने बिहार के लिए कई विकास कार्य किये हैं. जदयू नेता ने आगे कहा कि हमलोग हवाबाजी करने वाले लोग नहीं है. जीत के प्रति वे आश्वसत थे. एनडीए कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर पर चुनाव में काफी काम किया है. जिसके नतीजे सामने दिख रहे हैं. हालांकि, उन्होंने कहा कि अभी फाइनल नतीजे का इंतजार करना चाहिए.
- नीतीश के चेहरे पर लड़ा गया था चुनाव
- नीतीश के प्रति रखनी होगी आस्था
- जीत के प्रति थे आश्वसत
- एनडीए कार्यकर्ताओं ने जमीनी स्तर पर किया था होमवर्क
3,755 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला
बता दें कि बिहार में तीन चरण में चुनाव हुए हैं. बिहार चुनाव 2020 के पहले चरण का मतदान 28 अक्टूबर को 16 जिलों की 71 सीटों पर, दूसरे चरण का मतदान 17 जिलों की 94 सीटों पर और तीसरे चरण का मतदान 15 जिलों की 78 सीटों पर हो चुका है. राज्य के 38 जिलों में 55 मतगणना केंद्र बनाए गए हैं. आज कुल 3,755 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला आने वाला है.