पटना: बिहार की राजनीति (Politics Of Bihar) एक बार फिर गर्म है. जदयू कार्यालय में प्रवक्ता डॉक्टर सुनील रुमार सिंह और अभिषेक झा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बिहार के स्वास्थ्य सेवा की तुलना गुजरात मॉडल से की है. और बिहार को गुजरात मॉडल से बेहतर बताया है. सुनील कुमार ने कहा सीएम नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के आने के पहले स्वास्थ्य की स्थिति क्या थी. और अब क्या स्थिति है, सब देख रहें हैं. बीजेपी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बदनाम करने की कर हर कोशिश कर रही है. गुजरात मॉडल को लेकर भाजपा लोगों को भ्रमित कर रही है. गुजरात मॉडल से हम हमेशा आगे हैं. हजारों नौकरियां दी गई, नए हॉस्पिटल और कॉलेज का शिलान्यास हुआ.
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JDU नेताओं ने बीजेपी पर साधा निशाना : जदयू प्रवक्ता सुनील कुमार सिंह (JDU Spokesperson Sunil Kumar Singh) ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में लोग सरकारी अस्पताल अधिक पहुंचते है. गुजरात में लोग काफी कम जाते हैं. खून की कमी से ग्रसित महिला की संख्या भी बिहार में कम है. पुरुष में खून की कमी से ग्रसित बिहार में 34% हैं. वहीं, गुजरात में 36% हैं. बिहार में नर्स की संख्या काफी बढ़ी है. पहले केरला से नर्स बिहार काम करने आती थीं. अब बिहार से दूसरे राज्य और देश काम करने नर्सेंस जा रही हैं.
'सूबे में 2005 से पहले 3 मेडिकल कॉलेज थे. सीएम नीतीश कुमार ने उसे 15 किया. डॉक्टर्स की संख्या बिहार में लगातार बढ़ रही है. झारखंड, गुजरात सहित कई राज्यों से बिहार में डॉक्टरों की स्थिति काफी बेहतर है. बीजेपी नीतीश कुमार का नाम खराब करने की कोशिश कर रही है. जबकि स्वास्थ्य विभाग बीजेपी के पास ही लंबे समय तक रहा है और ज्वाइंट अकाउंट से इस क्षेत्र में विकास हुआ है. नीतीश कुमार स्वास्थ्य क्षेत्र पर विशेष ध्यान देते रहे हैं.' - अभिषेक झा, प्रवक्ता, जदयू