पटना: बिहार में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान हो चुका है. जेडीयू की ओर से इसको लेकर प्रतिक्रिया दी गई है. जेडीयू ने कहा कि कोरोना महामारी के भय के बावजूद बिहार की जनता ने लोकतंत्र के इस महापर्व में जिस तरह से बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, वह काबिले तारीफ है. जिस तरीके से लोगों ने लंबी कतारों में लगकर लंबी प्रतीक्षा के बाद इतनी भारी संख्या में मतदान किया. उससे स्पष्ट हो गया कि कोई भी भय उन्हें मतदान करने से नहीं रोक पाया.
जेडीयू की ओर से प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा कि राजद और अन्य विपक्षी पार्टियां जिन्होंने चुनाव को टालने की बात कही थी, बिहार की जनता ने भारी संख्या में मतदान कर उन्हें करारा जवाब दिया है. जदयू प्रवक्ता ने दावा किया कि पहले चरण के मतदान से यह बिल्कुल ही स्पष्ट है कि मतदान नीतीश कुमार की अगुवाई वाली एनडीए सरकार के लिए ही हुआ है. एक बड़ी जीत की बुनियाद प्रथम चरण के मतदान के बाद पड़ गई है.
एनडीए की सरकार गठन का दावा
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि कल अपनी सभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के मतदाताओं को संबोधित करते हुए जब कहा की जंगलराज के युवराज अब बिहार के मुख्यमंत्री बनना चाहते हैं तो इसके मायने समझने में बहुत परेशानी मतदाताओं को नहीं हुई. दरअसल विकास की जिन सीढ़ियों को पिछले 15 वर्षों में बिहार ने चढ़ने का काम किया है, बिहार की जनता जंगलराज के उस खौफनाक दौर में वापस लौटना नहीं चाहेगी. बिहार में जिस तरह से सड़कें बनी हैं, जिस तरह हर घर में बिजली पहुंची है, महिलाओं का सशक्तिकरण हुआ है उससे साफ जाहिर है कि राज्य एक बड़े बदलाव के कगार पर खड़ा है.
सात निश्चय-2 की तैयारी पूरी
वहीं, सीएम नीतीश कुमार के संकल्प सात निश्चय-2 की चर्चा करते हुए राजीव रंजन ने कहा कि कल सात निश्चय पार्ट 2 के जरिए हर खेत को पानी और मेगा स्किल सेंटर के साथ जब हम एक विकसित बिहार की परिकल्पना कर रहे हैं तो फिर ऐसे में जंगलराज के प्रनेताओं को और उनके युवराज तेजस्वी यादव की बिहार के लोगों को कतई जरूरत नहीं है. नीतीश कुमार को खलनायक कहने पर भी जदयू प्रवक्ता ने तेजस्वी यादव पर निशाना साधते हुए कहा बिहार की जनता तेजस्वी यादव को भी पहचानती है और उनके परिवार के 15 वर्षों के खौफनाक शासन को बिहार की जनता आज भी नहीं भूली है. इसीलिए खलनायक जैसे शब्द तेजस्वी यादव को ही मुबारक हों.