पटना: बिहार विधानसभा के चुनावी साल में विपक्षी पार्टी आरजेडी और सत्ताधारी दल जेडीयू एक दूसरे पर पोस्टर से निशाना साध रहे हैं. आरजेडी की तरफ से नीतीश कुमार निशाने पर हैं, तो जेडीयू के निशाने पर लालू प्रसाद यादव. आरजेडी ने 3 फरवरी को दिन में दो पोस्टर जारी कर नीतीश कुमार के विकास के दावे पर सवाल कर जवाब मांगा था. जिस पर जेडीयू ने 4 फरवरी की देर रात पोस्टर लगाकर उन सवालों का जवाब दे दिया.
जेडीयू के पोस्टर में जहां शिक्षा, स्वास्थ्य, रोटी और विकास की चर्चा है. वहीं, न्याय व्यवस्था को लेकर लालू प्रसाद यादव, राजबल्लभ यादव और शहाबुद्दीन को जेल में दिखाया गया है. जेडीयू के पोस्टर में जिन्न की भी चर्चा की गई है. बता दें कि लालू प्रसाद यादव हमेशा जिन्न की बात करते थे. वहीं, इस पोस्टर में जिन्न लालू प्रसाद यादव की बातों में नहीं आने वाला दिखाया गया है.
जेडीयू ने कहा- पार्टी का अधिकारिक पोस्टर नहीं
जेडीयू की तरफ से पोस्टर राजधानी पटना के व्यस्त चौराहा इनकम टैक्स और डाक बंगला चौराहा पर लगाया गया है. पोस्टर को लेकर लोगों में कई बार उत्सुकता भी रहती है. लेकिन राजधानी के लोगों का मानना है कि पोस्टर से बहुत ज्यादा असर पड़ने वाला नहीं है. ऐसे जेडीयू की तरफ से लगातार कहा जा रहा है कि पार्टी कोई आधिकारिक पोस्टर जारी नहीं कर रही है. शुभचिंतक जरूर जवाब दे रहे हैं.
1 दर्जन से अधिक लगे हैं पोस्टर
बता दें कि आरजेडी और जेडीयू की तरफ से एक दर्जन से अधिक पोस्टर लगाए जा चुके हैं. आरजेडी ने अधिकांश पोस्टर आधिकारिक रूप से अपनी पार्टी कार्यालय में लगाया है, लेकिन जेडीयू ने आधिकारिक रूप से एकमात्र पोस्टर लगाया है. भय बनाम भरोसा का. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन का कहना है कि आरजेडी को जवाब देने के लिए जितने भी पोस्टर लगाए गए हैं वह समर्थकों की तरफ से लगे हैं.