पटना : तीन तलाक के मुद्दे पर जदयू ने एक बार फिर अपना स्टैंड क्लियर किया है. पार्टी नेता गुलाम रसूल बलियावी ने कहा कि तीन तलाक और इस जैसे संवेदनशील मुद्दों पर पार्टी स्पष्ट रास्ता चाहती है. विरोध का कारण पूछे जाने पर उन्होंने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि तीन तलाक पर नियम बनाने के साथ ही जिन पतियों ने अपनी पत्नी को बिना तलाक दिए छोड़ दिया उनके लिए भी प्रावधान बनाए जाने चाहिए.
'देश के विकास पर चर्चा ज्यादा जरुरी'
बलियावी ने कहा कि जदयू का स्टैंड बहुत पहले से क्लियर है. सरकारें निकाह तलाक शादी जैसे मुद्दों पर चर्चा के लिए नहीं बनती हैं देश का विकास ज्यादा जरुरी है. हम यह मानते हैं कि संसद में इन मुद्दों पर चर्चा के बजाय विकास और देश की बात होनी चाहिए. जदयू ने गुरुवार को लोकसभा में तीन तलाक मुद्दे पर बीच का रास्ता चुनते हुए सदन से वॉकआउट कर दिया
'बिना तलाक लिए अपनी पत्नियों को छोड़ने पर भी कानून बने'
सरकार को पहले यह बताना चाहिए कि तीन तलाक के साथ साथ उन पतियों को लेकर क्यों नहीं कानून बनाया गया जो बिना तलाक लिए अपनी पत्नियों को छोड़ देते हैं. अगर ऐसा कोई प्रावधान नहीं है तो इस पर भी विचार करके नियम बनाए जाने चाहिए.
'पार्टी अपने स्टैंड पर कायम है और रहेगी'
जेडीयू नेता ने कहा कि पूरे देश में जितने भी राजनीतिक दल हैं उन सबमें से जेडीयू ने अपने पार्टी फोरम में राष्ट्रीय अधिवेशन में प्रस्ताव पारित कर तीन तलाक, बाबरी मस्जिद, राम जन्मभूमि विवाद, एनआरसी, सिविल कोड जैसे मुद्दों से अपने आप को अलग करने का ऐलान बहुत पहले किया है. पार्टी उसी स्टैंड पर कायम है और उसी पर रहेगी.