पटनाः बिहार की राजधानी पटना में जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनाव के बाद अब राष्ट्रीय परिषद की बैठक (JDU National Council meeting in Patna) की तैयारी शुरू हो गई है. 10 दिसंबर को पार्टी कार्यालय के कर्पूरी सभागार में यह बैठक होगी और देशभर के जेडीयू के नेता इस बैठक में जुटेंगे. 187 सदस्य राष्ट्रीय परिषद के हैं और इसके अलावा आमंत्रित सदस्य इस बैठक में शामिल होंगे. 11 दिसंबर को खुला अधिवेशन की भी तैयारी हो रही है.
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राष्ट्रीय परिषद की बैठक के साथ अधिवेशन का आयोजनः पटना के कृष्ण मेमोरियल हॉल में यह अधिवेशन होगा. इसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह 2023 और 2024 की रणनीति की चर्चा करेंगे. 2023 के शुरुआत में ही नागालैंड में चुनाव होना है. उसकी जिम्मेवारी ललन सिंह को मिलना तय है. साथ ही कई राज्यों में चुनाव होंगे. इसमें जेडीयू उम्मीदवार उतार सकता है. इसके साथ 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर भी एक बार फिर से नीतीश कुमार को विपक्षी एकजुटता की कमान सौंपी जाएगी.
जेडीयू का सांगठनिक चुनाव समाप्त: जेडीयू में सांगठनिक चुनाव समाप्त हो गया है. प्रदेश अध्यक्ष की कमान एक बार फिर से उमेश कुशवाहा को दी गई है. वहीं राष्ट्रीय अध्यक्ष की फिर से ललन सिंह ही चुने गए. अब सबकी नजर राष्ट्रीय परिषद की 10 दिसंबर को होने वाली बैठक पर है. पटना के जेडीयू कार्यालय में कर्पूरी सभागार में यह बैठक होगी और उसके लिए देश भर के जेडीयू नेताओं को आमंत्रण भेजा गया है. पार्टी के सभी सांसद सभी विधायक भी बैठक में शामिल होंगे. राष्ट्रीय परिषद की बैठक इसी साल सांगठनिक चुनाव से पहले हुई थी और अब एक बार फिर से कुछ ही महीने का अंतराल पर सांगठनिक चुनाव समाप्त होने के बाद यह बैठक हो रही है.
राष्ट्रीय अध्यक्ष के कंधे पर होगी पार्टी को राष्ट्रीय दल का दर्जा दिलाने की जिम्मेवारीः राष्ट्रीय परिषद की बैठक का महत्व इसलिए भी है, क्योंकि अगले साल नागालैंड, मेघालय सहित कई राज्यों में चुनाव होना है. नागालैंड में जेडीयू चुनाव लड़ने की पहले ही घोषणा कर चुकी है और राष्ट्रीय परिषद की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह को चुनाव की कमान सौंपा जाना तय है. पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाने की जिम्मेदारी भी राष्ट्रीय अध्यक्ष के कंधे पर होगी, तो वहीं 2024 लोकसभा चुनाव के लिए नीतीश कुमार को विपक्षी एकजुटता के लिए एक बार फिर से अधिकृत किया जाएगा.
दिल्ली में होने वाली थी बैठकः प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने राष्ट्रीय परिषद की और खुला अधिवेशन की होने वाली बैठक के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि 2024 और 2025 के लिए रणनीति तो बनेगी ही साथ हैं अन्य राष्ट्रीय स्तर के मुद्दे भी तय होंगे. पहले दिल्ली में राष्ट्रीय परिषद की बैठक और खुला अधिवेशन होने वाला था. पटना में कराने के पीछे उमेश कुशवाहा ने कहा कि दिल्ली में जगह नहीं मिला. इसी कारण यहां कराया जा रहा है और यह हम लोगों के लिए बड़ी बात है. जदयू प्रवक्ता अंजुम आरा का कहना है कि अगले साल कई राज्यों में चुनाव होना है पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाना है और इन सब को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष काम कर रहे हैं तो उनके ऊपर बड़ी जिम्मेवारी दी जाने वाली है और उसको लेकर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में चर्चा की जाएगी.
"2024 और 2025 के लिए रणनीति तो बनेगी ही साथ हैं अन्य राष्ट्रीय स्तर के मुद्दे भी तय होंगे. पहले दिल्ली में राष्ट्रीय परिषद की बैठक और खुला अधिवेशन होने वाला था. दिल्ली में जगह नहीं मिला. इसी कारण यहां कराया जा रहा है और यह हम लोगों के लिए बड़ी बात है" - उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
"अगले साल कई राज्यों में चुनाव होना है पार्टी को राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा दिलाना है और इन सब को लेकर राष्ट्रीय अध्यक्ष काम कर रहे हैं तो उनके ऊपर बड़ी जिम्मेवारी दी जाने वाली है और उसको लेकर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में चर्चा की जाएगी"- अंजुम आरा , प्रवक्ता, जदयू
राष्ट्रीय परिषद और खुला अधिवेशन में बनेगी रणनीति
1.ललन सिंह पर होगी नागालैंड चुनाव फतह की जिम्मेवारी.
2.जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने की जिम्मेवारी भी ललन सिंह के कंधे पर डाली जाएगी.
3. 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय परिषद की बैठक में रणनीति तैयार होगी.
4. नीतीश कुमार को विपक्षी एकजुटता के लिए अधिकृत किया जाएगा.
4.कुढ़नी चुनाव के रिजल्ट के बाद यह बैठक होने जा रही है तो ऐसे में रिजल्ट के हिसाब से बिहार में पार्टी की रणनीति तैयार होगी.
जेडीयू में बनी रहेगी हलचल: 10 दिसंबर और 11 दिसंबर 2 दिनों तक जदयू में हलचल बनी रहेगी और दोनों कार्यक्रम के लिए तैयारी शुरू हो चुकी है. पार्टी ने सदस्यता अभियान में बिहार में 7000000 से अधिक सदस्य बनाए हैं और इसके कारण पार्टी के अंदर उत्साह है. इसलिए आगे की रणनीति पर तो चर्चा होगी ही खासकर बिहार को लेकर भी जो कन्फ्यूजन है. उसे दूर किया जाएगा, लेकिन यह तय है कि फिलहाल बीजेपी और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ ही रणनीति तैयार होगी.
"ललन सिंह पर पार्टी की बड़ी जिम्मेवारी है और पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर अलग पहचान आने वाले समय में ललन सिंह दिलाएंगे. इसके अलावा महंगाई-बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर हम लोग जनता के बीच जाने की रणनीति राष्ट्रीय परिषद की बैठक में तैयार करेंगे" - वशिष्ठ नारायण सिंह, वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद, जेडीयू