पटना : बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी के हमले से परेशान सीएम नीतीश कुमार ने अपने तेज-तर्रार प्रवक्ता नीरज कुमार का सहारा ले रहे हैं. नीरज लालू प्रसाद यादव, तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी और अनंत सिंह के खिलाफ नीतीश के लिए संकट मोचक रह चुके हैं. अब सम्राट चौधरी के खिलाफ नीरज लगातार बयानबाजी कर रहे हैं और घेरने में लगे हैं, लेकिन इस बार यह नीति कामयाब होना आसान नहीं है. क्योंकि पहली बार बीजेपी ने नीतीश कुमार के कोर वोट बैंक से आने वाले कुशवाहा समाज के सम्राट चौधरी को कमान दी है.
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नीतीश ने कई बार लिया है नीरज का सहारा : सम्राट चौधरी ने नीतीश के सामने ही कह दिया है कि आप को हटाने के लिए मैंने पगड़ी बांध ली है और इसी से नीतीश बौखला गए हैं. उसके बाद नीरज को मैदान में नीतीश ने उतार दिया है. बिहार में जब भी नीतीश कुमार अपने विरोधियों को साधने की कोशिश करते हैं तो प्रवक्ता नीरज कुमार की मदद लेते हैं. नीरज कुमार नीतीश के इशारे पर मैदान में कूदते रहे हैं. लालू प्रसाद यादव के खिलाफ कैदी नंबर 3351 वाला उनका बयान चर्चा में रहा है.
लालू और तेजस्वी को भी चखा चुके हैं मजा : नीरज ने तेजस्वी यादव को टि्वटर बबुआ और कई तरह के संबोधन से घेरते रहे हैं. जब नीतीश के लिए जीतन राम मांझी और अनंत सिंह सिरदर्द बने थे तो उनकी भी मुश्किल नीरज ने अपने धारदार बयानों से बढ़ा दी थी. यहां तक कि जब जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह नीतीश कुमार से अलग हुए थे तो नीतीश कुमार के खिलाफ कई तरह के बयान दे रहे थे. उनसे निपटने के लिए भी नीतीश कुमार ने नीरज को ही मैदान में उतारा था.
सम्राट से पार पाना नहीं होगा आसान : अब सम्राट चौधरी ने नीतीश की मुश्किलें बढ़ा दी है. पगड़ी बांधकर सम्राट चौधरी ने नीतीश को सार्वजनिक रूप से गद्दी से उतारने की चुनौती दी है. नीतीश अब परेशान हैं और अपने चहेते प्रवक्ता नीरज को फिर से कमान दी है. नीरज नीतीश कुमार के तीर से बीजेपी के सम्राट को साधने में लगे हैं, लेकिन इस बार नीतीश कुमार की रणनीति सफल होना आसान नहीं है. सम्राट चौधरी नीतीश कुमार के कोर वोट बैंक कुशवाहा समाज से आने वाले नेता हैं और बीजेपी को पहली बार आक्रमक ढंग से बिहार में आगे किया है.
'त्याग, तपस्या और बलिदान की पार्टी बीजेपी का प्रदेश अध्यक्ष अपने नामाकरण में भी फर्जीवाड़ा, डिग्री में भी फर्जीवाड़ा, उम्र में भी फर्जीवाड़ा' - नीरज कुमार, मुख्य प्रवक्ता जदयू
सामने वाले की परेशानी बढ़ा देते हैं नीरज : वरिष्ठ पत्रकार रवि उपाध्याय का कहना है नीरज कुमार नीतीश कुमार के नजदीकियों में से हैं और उन पर विश्वास करते हैं. इसलिए जब भी इस संकट में फंसते हैं. नीरज को बयान देने के लिए उतारते हैं. चाहे नेता लालू यादव हो या बाहुबली अनंत सिंह हो. इसलिए इस बार बीजेपी के सम्राट के खिलाफ नीतीश ने नीरज को ही उतारा है. क्योंकि जिस प्रकार से तीखा बयान और सबूतों के साथ नीरज चीजों को रखते हैं. नेताओं की परेशानी बढ़ जाती है.
'सम्राट की डिग्री पर उठा रहे सवाल : इस बार भी नीरज जिस तरह से मामले को उठा रहे हैं. पूरी कोशिश है सम्राट की छवि को नुकसान पहुंचाए. हालांकि इस बार सम्राट चौधरी से पार पाना आसान नहीं है. नीरज कुमार सम्राट चौधरी की पगड़ी से लेकर उनके सर्टिफिकेट डिग्री और उम्र तक पर सवाल खड़ा कर रहे हैं और इन सब के माध्यम से घेरने की कोशिश में लगे हैं. हालांकि बीजेपी के तरफ से भी नीरज के हमले को देखते हुए प्रवक्ताओं को मैदान में उतारा गया है. बीजेपी प्रवक्ता मनोज शर्मा नीरज कुमार को लालू वाला बयान याद दिलाने की कोशिश कर रहे हैं.
"यह यही नीरज कुमार है जो एक साल पहले लालू यादव का नाम तक भूल गए थे और उन्हें कैदी नंबर 3351 बोलते थे और पता होटवार जेल बताते थे. आज लालू यादव की चरण वंदना कर रहे हैं. इनकी बातों को कौन गंभीरता से लेगा. ये आज से नहीं 1997 वे सम्राट चौधरी के पीछे लगे हुए हैं. ये मानसिक रूप से विक्षिप्त हो गए हैं". -मनोज शर्मा, प्रवक्ता, बीजेपी
'नीतीश के भोपू हैं नीरज' : हर बार नीतीश कुमार नीरज को ही क्यों मैदान में उतारते हैं. इस पर जदयू प्रवक्ता सुनील कुमार सिंह का कहना है कि नीरज तेज तर्रार और ज्ञानी प्रवक्ता तो है ही, साथ ही सबूतों के साथ अपनी बात रखते हैं. इस बार भी सबूतों के साथ ही चीजों को रख रहे हैं. चाहे विपक्ष में आरजेडी हो या फिर बीजेपी या अन्य दल नीरज कुमार को नीतीश कुमार का भोपू भी कहते रहे हैं. ऐसे नीरज सबसे अधिक लालू प्रसाद, तेजस्वी यादव और अनंत सिंह के खिलाफ बयान देते रहे हैं लेकिन अब तीनों महागठबंधन में उनके साथी हैं.
"नीरज कुमार मुखर प्रवक्ता है. उन्हें किसी के खिलाफ मैदान में उतारने की बात नहीं है. वह प्रवक्ता की हैसियत से बोलते हैं"- सुनील कुमार सिंह, प्रवक्ता, जदयू