पटनाः बिहार में 2 सीटों पर उपचुनाव है और इसको लेकर बिहार की सियासत (Politics Of Bihar) में कई नए समीकरण बन और बिगड़ रहे हैं. लालू यादव (Lalu Yadav) भी चुनाव प्रचार करने के लिए बिहार आ रहे हैं. इसको लेकर जदयू एमएलसी गुलाम रसूल बलियावी ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि लालू यादव के बिहार में प्रचार करने से अल्पसंख्यक वोट पर कोई असर नहीं पड़ेगा.
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'चुनाव प्रचार करने का सभी को हक है. लालू यादव आएं क्या दिक्कत है. लेकिन उन्होंने जो शहाबुद्दीन जी के साथ किया है, ये जवाब भी अल्पसंख्यक मतदाता जानना चाहता है. सिर्फ अल्पसंख्यक का वोट लेना ही लालू अपनी जिम्मेदारी समझते हैं. लेकिन पार्टी में कितनी हिस्सेदारी अल्पसंख्यक को मिलती है वो भी अल्पसंख्यक समाज देख रहा है'- गुलाम रसूल बलियावी, एमएलसी
वहीं, बलियावी से जब सवाल किया गया कि कन्हैया कुमार भी आ रहे हैं चुनाव प्रचार में तो उन्होंने कहा कि जनता जानती है कन्हैया कुमार क्या हैं और जदयू क्या है. उन्होंने साफ-साफ कहा कि एनडीए गठबंधन पूरी तरह से एकजुट है और एकजुटता का परिचय देते हुए ही हम लोगों ने सर्वसम्मति से दोनों उम्मीदवारों की घोषणा की है.
लोग जानते हैं कि नीतीश कुमार कहीं भी भ्रम और उत्तेजना फैलाकर वोट नहीं मांगते हैं. हम लोगों ने बिहार का विकास किया है और विकास के नाम पर ही इस बार भी चुनाव मैदान में अपने उम्मीदवारों को उतारा है. जनता सब कुछ देख रही है और उपचुनाव में दोनों सीटों पर जदयू की ही जीत होगी.
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एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि तेज प्रताप यादव महागठबंधन के उम्मीदवार से संतुष्ट नहीं हैं. यह उनका घरेलू मामला है और कहीं न कहीं दिखावे के लिए वह ऐसे कर रहे हैं. उन्होंने साफ-साफ कहा कि महागठबंधन नहीं महालठबंधन हो गया है. इसमें कहीं दो राय नहीं है कि एनडीए की एकजुटता का फायदा इस बार दिखेगा और जिस तरह से महागठबंधन में तेजस्वी यादव ने मनमानी की है कहीं ना कहीं उस मनमानी का जवाब भी जनता उन्हें देगी.