पटना: जनता दल यूनाइटेड (Janta Dal United) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह (Lalan Singh) की अध्यक्षता में जदयू के सभी 32 प्रकोष्ठ की महत्वपूर्ण बैठक हुई. बैठक में पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह (RCP Singh) के फैसलों को पूरी तरह से बदल दिया गया है. साथ ही आरसीपी सिंह के नजदीकी अनिल कुमार की भी छुट्टी कर दी गई है.
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प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा (Umesh Kushwaha) ने खास बातचीत में कहा कि जिलों में बनाए गए लोकसभा और विधानसभा प्रभारी का पद अब समाप्त कर दिया गया है, इससे कंफ्यूजन हो रही थी. वहीं, जिला अध्यक्ष की भूमिका बढ़ा दी गई है तो पार्टी स्तर पर भी 82 पदाधिकारियों को जिलों की महत्वपूर्ण जिम्मेवारी दी गई है.
''राष्ट्रीय अध्यक्ष ने सभी प्रकोष्ठ के अध्यक्ष का उत्साह वर्धन किया गया है. वहीं, प्रकोष्ठ के सुझाव पर कई तरह के बदलाव भी किए गए हैं. लगातार हो रहे कंफ्यूजन के बाद बैठक में यह फैसला लिया गया है कि जिला स्तर पर बनाए गए लोकसभा और विधानसभा प्रभारियों का पद समाप्त कर दिया गया है. अब पार्टी के प्रदेश स्तर पर 82 पदाधिकारियों को नई जिम्मेवारी दी गई है. दो पदाधिकारियों को 1 जिले की जिम्मेवारी दी गई है, जिसका वो भ्रमण भी करेंगे.''- उमेश कुशवाहा, प्रदेश अध्यक्ष, जदयू
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पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने प्रकोष्ठ के गठन पर सबसे ज्यादा जोर दिया था, लेकिन अब नए राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह अपनी नई रणनीति पर काम कर रहे हैं. इसी बहाने आरसीपी सिंह के करीबियों को बाहर का रास्ता भी दिखाया जा रहा है. पार्टी मुख्यालय में पदाधिकारी अनिल कुमार को भी हटा दिया गया है, जिन्हें आरसीपी सिंह का नजदीकी बताया जाता है, आने वाले दिनों में कई अन्य नेताओं पर भी गाज गिर सकती है.
बता दें कि ललन सिंह का पूरा फोकस जदयू को मजबूत करने पर है. इसी के तहत बैठकों का दौर जारी है. राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने इससे पहले कहा भी था कि 'हमें अपने नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कार्यों को समाज के अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने और जदयू को राष्ट्रीय पार्टी बनाने का उनका सपना पूरा करने के लिए एकजुट होकर पूरी मजबूती और निष्ठा से काम करना है. इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए न केवल पार्टी के बूथ तक के पदाधिकारी बल्कि एक-एक कार्यकर्ता की सहभागिता जरूरी है.