पटना: बिहार में जनसंख्या नियंत्रण कानून (Population Control Act) और जातीय जनगणना (Caste Census) को लेकर राजनीति गर्म है. विपक्ष की मांग पर जातीय जनगणना के पक्ष में मुख्यमंत्री ने हामी तो भर दी. लेकिन जनसंख्या नियंत्रण कानून पर उन्होंने चुप्पी साध रखी है. वहीं बीजेपी का बयान थोड़ा अलग आ रहा है. बीजेपी के नेता कह रहे हैं कि जनसंख्या नियंत्रण कानून बने लेकिन जातीय जनगणना ना हो.
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बीजेपी द्वारा दिए जा रहे बयान के बाद जदयू के नेताओं ने चुप्पी साध ली है. बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने कहा है कि मुख्यमंत्री जो कुछ फैसला लेंगे, वही हम लोगों का फैसला होगा. जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर बीजेपी विधायक हरीभूषण ठाकुर 'बचौल' ने कहा है कि जातीय जनगणना का कोई फायदा नहीं. इससे समाज में वैमनस्यता फैलेगी.
वहीं बीजेपी विधान पार्षद संजय पासवान ने साफ तौर पर कह दिया है कि देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बननी चाहिए. लेकिन जातीय जनगणना ना हो. जदयू नेता बिहार सरकार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खां ने साफ तौर पर कह दिया कि कौन नेता क्या कहते हैं, उससे कोई फर्क नहीं पड़ता. लेकिन हमारे नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं. उनका निर्णय सर्वमान्य होगा. हम उनके साथ खड़े रहेंगे.
बताते चलें कि नीतीश कुमार ने साफ तौर पर कह दिया है कि जनसंख्या नियंत्रण कानून बनने से पहले जनजागृति जरूरी है. वहीं जातीय जनगणना हो, इसके पक्ष में हम हमेशा खड़े रहेंगे. अब ऐसे में देखने वाली बात होगी कि देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बीजेपी बनाती है या नहीं. जातीय जनगणना हो पाती है या नहीं.
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