पटनाः सोशल मीडिया के माध्यम से आरजेडी के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने राजनीति से छुट्टी लेने की सूचना लोगों को दी. जिसके बाद कई तरह के कयास लगने लगे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि शिवानंद तेजस्वी और लालू परिवार के सदस्यों के रवैए से नाराज हैं. वहीं जदयू ने भी इस मामले में लालू परिवार पर तंज कसा है.
जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा कि समय-समय पर उन्हें अपमानित होना पड़ रहा है. बैठकों में उन्हें उचित स्थान नहीं दिया जाता है. आरजेडी में वरिष्ठ नेताओं को हाशिए पर धकेल दिया गया है. उसके कारण भी शिवानंद तिवारी व्यथित थे. शिवानंद तिवारी के राजनीति से छुट्टी लेने पर राजीव रंजन ने कहा कि शिवानंद तिवारी जैसे नेताओं की वर्तमान राजनीति में जरूरत है.
'अनुभवहीनता के कारण विकल्प नहीं दे पायी RJD'
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि शिवानंद तिवारी 1974 से बिहार की राजनीति में सक्रिय हैं. वो वेबाक तरीके से अपनी बात रखते रहे हैं. राजीव रंजन ने आरजेडी पर हमला करते हुए कहा कि वर्तमान नेतृत्व से उनकी अपेक्षा पूर्ण नहीं हो पा रही है. उनको महसूस हो रहा है कि नेतृत्व के अनाड़ीपन, अहंकार और अनुभवहीनता की वजह से आरजेडी विकल्प के रुप में बिहार में नहीं उभर पाई.
शिवानंद पर लग रहे कई कयास
गौरतलब है कि शिवानंद तिवारी पहले भी तेजस्वी यादव के रवैए पर अपनी नाराजगी जता चुके हैं. तेजस्वी यादव के बिहार से लंबे समय तक गायब रहने पर खुल कर बयान दे चुके हैं. लोकसभा चुनाव के बाद तेजस्वी के गायब रहने पर कड़ा बयान दिया था. लेकिन अब शिवानंद तिवारी राजनीति से लंबी छुट्टी पर चले गए हैं. इसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से मीडिया और पार्टी को दी. उन्होंने अपनी छुट्टी की वजह संस्मरण लिखने की बात कही है. लेकिन जिस ढंग से शिवानंद तिवारी छुट्टी लेने की घोषणा की है. इसके अलावा मानसिक थकान की बात कही है, उससे कई तरह के कयास लगने लगे हैं.
जदयू में भी बेवाकी से बात रख चुके हैं शिवानंद
बता दें कि शिवानंद तिवारी लंबे समय तक जदयू में रह चुके हैं. तिवारी जदयू में रहकर वेबाक की ढंग से अपनी बात रखने के लिए जाने जाते हैं. नीतीश कुमार से नाराजगी के बाद उन्होंने जदयू छोड़ फिर से लालू का दामन थाम लिया था. शिवानंद तिवारी लालू प्रसाद के खासम खास माने जाते हैं. राजनीतिक छुट्टी पर जाने का एक बड़ा कारण तेजस्वी से उनकी नाराजगी मानी जा रही है.