पटना: मुंगेर मूर्ति विसर्जन कांड मामले में चुनाव आयोग ने कार्रवाई करते हुए डीएम राजेश मीणा और एसपी लिपी सिंह को हटा दिया है. हालांकि इस मामले को लेकर राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं काफी तेज है. इस पर अब जेडीयू की ओर से भी प्रतिक्रिया दी गई है. वहीं, जेडीयू ने डीएम और एसपी को हटाने के फैसले को सही कहा है.
"हमारी पार्टी घटना के दिन से ही चुनाव आयोग से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रही है. मुंगेर के डीएम और एसपी को हटाया गया है. उनके जगह पर नए डीएम और एसपी ने पदभार लिया है. उनका हम स्वागत करते हैं. इस मामले में चुनाव आयोग ने तुरंत एक्शन लिया है."- अजय आलोक, जेडीयू नेता
विपक्ष पर आगजनी और हंगामे का आरोप
इसके अलावा अजय आलोक ने मुंगेर में आगजनी और हंगामे के लिए विपक्ष पर आरोप लगाया. साथ ही उन्होंने सांप्रदायिक तनाव बढ़ाकर राजनीतिक रोटी सेंकने की बात कही है.
"कुछ राजनीतिक पार्टियां सांप्रदायिक तनाव बढ़ाकर रोटी सेंकने की कोशिश कर रही है. लेकिन ये पार्टियां सफल नहीं होगी. आगजनी की जो घटना हुई है. इससे साफ जाहिर है कि राजनीतिक मंशा से आगजनी की गई है."- अजय आलोक, जेडीयू नेता
'दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई'
अजय आलोक ने कहा कि मुंगेर में पहले चरण में मतदान समाप्त हो गया है. फिर भी इस मामले को लेकर आगजनी कर मामले को भड़काने का प्रयास किया जा रहा है. लेकिन इस मामले की जांच हो रही है. इस घटना में शामिल जो भी दोषी हैं, उनपर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. वहीं, 10 नवंबर को जब हमारी सरकार बनेगी तो पूरे मामले की फिर से जांच की जाएगी.
विपक्ष है नीतीश कुमार पर हमलावर
बता दें कि मुंगेर मामले को लेकर विपक्ष नीतीश कुमार पर हमलावर है. वहीं, सत्ताधारी दल की ओर से आरजेडी पर आगजनी और सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का आरोप लगाया जा रहा है.