पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) शराबबंदी की विस्तृत समीक्षा कर रहे हैं. लेकिन समीक्षा को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 15 सवाल दागे हैं और उसका जवाब भी मांगा है. तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) के सवाल को लेकर जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा (Abhishek Jha) ने कहा कि उनकी मंशा है कि समीक्षा के नाम पर सरकार फिर से शराब शुरू कर दे. लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है. शराबबंदी कानून के पालन में जो भी त्रुटि है उसको दूर करने के लिए समीक्षा हो रही है.
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दरअसल, मुख्यमंत्री के शराबबंदी समीक्षा पर सियासत शुरू है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने 15 सवाल दाग कर नीतीश सरकार पर कई तरह के आरोप लगाए हैं. तेजस्वी यादव ने अपने सवालों में यह भी कहा है कि कब तक समीक्षा करेंगे और इस समीक्षा का क्या फलाफल होगा.
तेजस्वी के सवालों पर जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा किसी भी सिस्टम में सुधार के लिए समीक्षा और आत्म अवलोकन बहुत आवश्यक होता है. लेकिन तेजस्वी यादव को इन सब चीजों से तो कोई लेना देना है नहीं. सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाते हुए सुझाव देते तो पॉजिटिव रहता.
जदयू प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव जदयू नेताओं को लेकर आरोप लगाते हैं. लेकिन शराबबंदी में जो लोग पकड़े गए हैं कौन हैं किसी से छिपा नहीं है. सरकार पार्टी लाइन पर काम ही नहीं करती है जो भी दोषी होंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. उनकी मंशा साफ है कि सरकार समीक्षा के नाम पर शराब को फिर से शुरू कर दे.
अभिषेक झा ने कहा कि तेजस्वी यादव निलंबन वापस लेने की बात कर रहे हैं. लेकिन उन्हें आंकड़ा देखना चाहिए किसी भी कानून को लेकर देश में किसी विभाग के खिलाफ इतनी कार्रवाई अब तक नहीं हुई है. आंकड़ा समझ में नहीं आए तो हम लोग समझाने के लिए भी तैयार हैं.
तेजस्वी यादव ने कहा है कि हम साक्ष्य देते हैं नीतीश कुमार मास्क के अंदर मुस्कुराते हैं. इस पर जदयू प्रवक्ता ने कहा कि नीतीश कुमार के चेहरे पर जनता विश्वास करती है और उनके चेहरे पर ही तेजस्वी और तेजप्रताप पहली बार चुनाव जीत कर आए. राजनीति का 'क' 'ख' भी सिखा लेकिन सकारात्मक विपक्ष की भूमिका नहीं निभा सकते. इसलिए मास्क मास्क खेल रहे हैं.
बता दें कि बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर पहले भी कई बार सवाल खड़े होते रहे हैं. जितने बड़े पैमाने पर शराब की बरामदगी हुई है उसे लेकर विपक्ष निशाना साधता रहा है. हाल के दिनों में बड़े पैमाने पर जहरीली शराब से लोगों की मौत भी हुई है. सरकार की भी मुश्किलें बढ़ी हुई हैं. इसीलिए मुख्यमंत्री समीक्षा कर रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री की समीक्षा पर भी तेजस्वी हमलावर हैं और पूछ रहे हैं कि कब तक चलेगी इस तरह की समीक्षा. जदयू की तरफ से भी इसका जवाब दिया जा रहा है.
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