पटना: जेडीयू के टिकट नहीं मिलने के कारण बागी हुए नेताओं पर कार्रवाई की है. जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद वशिष्ठ नारायण सिंह ने पार्टी विरोधी कार्य करने वाले 15 नेताओं को प्राथमिक सदस्यता से निलंबित कर दिया है. उन्होंने इन नेताओं को पार्टी से 6 सालों के लिए निष्कासित किया है.
बता दें डुमराव विधानसभा क्षेत्र से जेडीयू ने विधायक ददन यादव का टिकट काट दिया और पार्टी प्रवक्ता अंजुम आरा को चुनावी मैदान में उतारा है. इसी कारण से नाराज होकर ददन यादव बागी हो गए. वहीं, सुमित सिंह पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह के बेटे हैं, पार्टी ने इस बार उन्हें उम्मीदवार नहीं बनाया. उनकी जगह पार्टी ने आरजेडी से जेडीयू में शामिल होने वाले संजय प्रसाद को चकाई विधानसभा क्षेत्र से मौका दिया. इसलिए सुमित सिंह भी बागी हो गए है.
इन नेताओं पर जेडीयू ने की कार्रवाई
1. विधायक ददन सिंह यादव
2. पूर्व मंत्री रामेश्वर पासवान
3. पूर्व मंत्री भगवान सिंह कुशवाहा
4. पूर्व विधायक रणविजय सिंह
5. पूर्व विधायक सुमित कुमार सिंह
6. पूर्व प्रदेश अध्यक्ष महिला प्रकोष्ठ कंचन कुमारी गुप्ता
7. पूर्व सदस्य अति पिछड़ा वर्ग आयोग प्रमोद सिंह चंद्रवंशी
8. पूर्व कोषाध्यक्ष युवा जदयू अरुण कुमार
9. पूर्व संयोजक जिला जदयू औरंगाबाद तजमुल खान
10. पूर्व जिला अध्यक्ष रोहतास अमृत चौधरी
11. पूर्व जिला अध्यक्ष जमुई शिव शंकर चौधरी
12. पूर्व प्रत्याशी सिंधु पासवान
13. कार्यकर्ता करतार सिंह यादव
14. विधानसभा प्रभारी राकेश रंजन
15. कार्यकर्ता मुंगेली पासवान
इसके अलावा जेडीयू से टिकट नहीं मिलने के कारण भगवान सिंह कुशवाहा लोजपा में शामिल हो चुके हैं. वहीं, पार्टी विरोधी गतिविधियों को देखते हुए चुनाव से पहले जेडीयू ने यह कार्रवाई की है. हाल ही में बीजेपी के भी कई नेता लोजपा में शामिल हुए थे. बीजेपी ने भी वैसे नेताओं पर कार्रवाई की है. सोमवार को बीजेपी ने 6 बागी नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित किया था, जिसका जेडीयू ने स्वागत किया था. अब जेडीयू ने भी कार्रवाई कर साफ संदेश दे दिया कि जो भी पार्टी विरोधी कार्य करेगा उसे बाहर जाना ही होगा.