पटना: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर शाहीन बाग में आंदोलन लगातार जारी है. आंदोलन में बैठे लोग बातचीत की पेशकश कर रहे हैं. सरकार का भी रुख सकारात्मक है लेकिन आरजेडी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रही है.
आंदोलनकारियों से सरकार को करनी चाहिए बातचीत
बता दें कि पिछले 1 महीने से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी को लेकर लोग आंदोलन कर रहे हैं. वहीं, आरजेडी ने इन आंदोलनकारियों से संवाद स्थापित करने की नसीहत दी. आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि जब आंदोलनकारी बातचीत करने के लिए तैयार है तो फिर सरकार क्यों घबरा रही है. सरकार को वहां आंदोलन पर बैठे लोगों से बातचीत कर समस्या का समाधान करना चाहिए.
सियासत करने के लगाए आरोप
आरजेडी के नसीहत पर जेडीयू ने पलटवार किया है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. वहीं, आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रविशंकर प्रसाद जैसे नेताओं ने बातचीत के लिए अपनी मंशा जाहिर की है. साथ ही एनपीआर को लेकर राजीव रंजन ने कहा कि एनपीआर में जो कलम जोड़े गए हैं, उसे हटाए जाने के लिए जेडीयू और अकाली दल ने पहल किया है. जहां तक एनपीआर के विरोध का सवाल है तो राजद और कांग्रेस जैसी पार्टी इसका विरोध नहीं कर सकती. क्योंकि ये कांग्रेस के समय से ही चल रहा है.