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पटना: आंदोलनकारियों से बातचीत करने की RJD के नसीहत पर JDU ने किया पलटवार

पिछले 1 महीने से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी को लेकर लोग आंदोलन कर रहे हैं. वहीं, आरजेडी ने इन आंदोलनकारियों से संवाद स्थापित करने की नसीहत दी. आरजेडी के नसीहत पर जेडीयू ने पलटवार किया है.

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शाहीन बाग में हो रहे आंदोलन पर पक्ष-विपक्ष आमने सामने
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Published : Feb 4, 2020, 7:44 PM IST

पटना: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर शाहीन बाग में आंदोलन लगातार जारी है. आंदोलन में बैठे लोग बातचीत की पेशकश कर रहे हैं. सरकार का भी रुख सकारात्मक है लेकिन आरजेडी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रही है.

आंदोलनकारियों से सरकार को करनी चाहिए बातचीत
बता दें कि पिछले 1 महीने से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी को लेकर लोग आंदोलन कर रहे हैं. वहीं, आरजेडी ने इन आंदोलनकारियों से संवाद स्थापित करने की नसीहत दी. आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि जब आंदोलनकारी बातचीत करने के लिए तैयार है तो फिर सरकार क्यों घबरा रही है. सरकार को वहां आंदोलन पर बैठे लोगों से बातचीत कर समस्या का समाधान करना चाहिए.

संवाददा रंजीत की रिपोर्ट

सियासत करने के लगाए आरोप
आरजेडी के नसीहत पर जेडीयू ने पलटवार किया है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. वहीं, आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रविशंकर प्रसाद जैसे नेताओं ने बातचीत के लिए अपनी मंशा जाहिर की है. साथ ही एनपीआर को लेकर राजीव रंजन ने कहा कि एनपीआर में जो कलम जोड़े गए हैं, उसे हटाए जाने के लिए जेडीयू और अकाली दल ने पहल किया है. जहां तक एनपीआर के विरोध का सवाल है तो राजद और कांग्रेस जैसी पार्टी इसका विरोध नहीं कर सकती. क्योंकि ये कांग्रेस के समय से ही चल रहा है.

पटना: नागरिकता संशोधन कानून को लेकर शाहीन बाग में आंदोलन लगातार जारी है. आंदोलन में बैठे लोग बातचीत की पेशकश कर रहे हैं. सरकार का भी रुख सकारात्मक है लेकिन आरजेडी सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रही है.

आंदोलनकारियों से सरकार को करनी चाहिए बातचीत
बता दें कि पिछले 1 महीने से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून, एनपीआर और एनआरसी को लेकर लोग आंदोलन कर रहे हैं. वहीं, आरजेडी ने इन आंदोलनकारियों से संवाद स्थापित करने की नसीहत दी. आरजेडी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि जब आंदोलनकारी बातचीत करने के लिए तैयार है तो फिर सरकार क्यों घबरा रही है. सरकार को वहां आंदोलन पर बैठे लोगों से बातचीत कर समस्या का समाधान करना चाहिए.

संवाददा रंजीत की रिपोर्ट

सियासत करने के लगाए आरोप
आरजेडी के नसीहत पर जेडीयू ने पलटवार किया है. जेडीयू प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है. वहीं, आंदोलन को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रविशंकर प्रसाद जैसे नेताओं ने बातचीत के लिए अपनी मंशा जाहिर की है. साथ ही एनपीआर को लेकर राजीव रंजन ने कहा कि एनपीआर में जो कलम जोड़े गए हैं, उसे हटाए जाने के लिए जेडीयू और अकाली दल ने पहल किया है. जहां तक एनपीआर के विरोध का सवाल है तो राजद और कांग्रेस जैसी पार्टी इसका विरोध नहीं कर सकती. क्योंकि ये कांग्रेस के समय से ही चल रहा है.

Intro:नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर शाहीन बाग में आंदोलन लगातार जारी है आंदोलन में बैठे लोग बातचीत की पेशकश कर रहे हैं सरकार का रुख भी सकारात्मक है लेकिन बिहार के मुख्य विपक्षी दल राजद सरकार के मंशा पर सवाल खड़े कर रही है


Body: शाहीन बाग के आंदोलनकारियों से सरकार को करनी चाहिए बातचीत
पिछले 1 महीनों से शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन अधिनियम एनपीआर और एनआरसी को लेकर लोग आंदोलनरत हैं बिहार के मुख्य विपक्षी दल राजद ने संवाद स्थापित करने की नसीहत दी है पार्टी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने कहा है कि जब आंदोलनकारी बातचीत को तैयार है तो फिर सरकार क्यों घबरा रही है सरकार को वहां आंदोलन पर बैठे लोगों से बातचीत कर समस्या का समाधान करना चाहिए


Conclusion: जदयू ने विपक्ष पर सियासत करने के लगाए आरोप
राजद के नसीहत पर जदयू ने पलटवार किया है पार्टी प्रवक्ता राजीव रंजन ने कहा है कि मामला सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन है और जहां तक आंदोलन का सवाल है तो प्रधानमंत्री गृह मंत्री और रविशंकर प्रसाद छवि के नेता ने बातचीत के लिए अपनी मंशा जाहिर की है राजीव रंजन ने कहा कि एनपीआर में जो कलम जोड़े गए हैं उसे हटाए जाने के लिए जेडीयू और अकाली दल ने पहल किया है जहां तक इनपीआर का सवाल है तो राजद और कांग्रेस जैसी पार्टी इसका विरोध नहीं कर सकती ऐसा इसलिए है कि कांग्रेस के समय से ही एनपीआर चला रहा है
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