पटना: कृषि कानून के खिलाफ आज पूरे भारत में किसानों ने भारत बंद बुलाया था. जिसमें कई संगठन और राजनीतिक दल भी इस बंद में शामिल हुए. आरजेडी की ओर से भी घोषणा की गई थी कि वह भारत बंद में तेजस्वी यादव शामिल होंगे. लेकिन नेता प्रतिपक्ष के शामिल नहीं होने पर अब जदयू ने तेजस्वी यादव पर तंज कसा है.
आंदोलन से नदारद दिखे तेजस्वी
किसानों के बुलाए गए भारत बंद में भले ही आरजेडी ने समर्थन दिया है और उनके कुछ नेता इसमें शामिल हुए हैं. लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के शामिल नहीं होने पर अब जदयू ने आरजेडी ने तंज कसना शुरू कर दिया है. जदयू प्रवक्ता अभिषेक झा ने कहा है कि बिहार में जब भी विपदा की घड़ी आती है, तो नेता प्रतिपक्ष ऐसे ही गायब हो जाते हैं. किसानों के आंदोलन को लेकर जितनी बड़ी-बड़ी बातें तेजस्वी यादव कर रहे थे, उन्होंने बंद का समर्थन दिया था, लेकिन बंद में वह कहीं नजर नहीं आए.
'चुनाव के समय वह इसलिए जनता के बीच जाते थे क्योंकि उन्हें कुछ हासिल करना था. लेकिन चुनाव में जनता ने जब उन्हें जवाब दे दिया तो वह गायब होना शुरू कर दिए'- अभिषेक झा, जदयू प्रवक्ता
वहीं, भारत बंद पर जदयू के प्रदेश महासचिव सह प्रवक्ता डॉ. निहोरा प्रसाद ने कहा कि बिहार में बंद विफल साबित हुआ है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से विपक्षी पार्टियों ने बंद के लिए तिकड़म किए, उसमें प्रदेश के किसानों ने अपना समर्थन नहीं दिया. बिहार में सरकार किसानों के लिए बेहतर कार्य कर रही है इसलिए किसानों ने बंद में अपना समर्थन ही नहीं दिया है.
बता दें कि मंगलवार को देश भर में कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. किसानों द्वारा 8 दिसंबर को बुलाए गए भारत बंद में तमाम राजनीतिक पार्टियां भी सड़क पर दिखी. भारत बंद का असर पूरे बिहार में देखने को मिला. पटना में जाप सुप्रीमो पप्पू यादव, कांग्रेस के बड़े नेता और वामदल के भी कई नेता सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करते दिखे. लेकिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कहीं नजर नहीं आए, जिसके बाद अब एनडीए के नेता उन पर हमला करना शुरू कर दिया है.