पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वतंत्रता दिवस के दिन यानि कि 15 अगस्त को नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्त के बारे में कहा था. उन्होंने कहा कि जल्द ही सभी शिक्षकों को सेवा शर्त का लाभ मिलेगा. लेकिन इसको लागू करने में उन्होंने थोड़े समय की मोहलत मांगी है. जिसको लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस और आरजेडी के बाद अब जन अधिकार पार्टी ने सरकार का घेराव किया है.
जन अधिकारी पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने कहा कि सीएम नीतीश कुमार प्रदेश के सभी नियोजित शिक्षकों के भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं. पिछले कई सालों से नियोजित शिक्षकों के सेवा शर्त लागू करने की बात कही जा रही है लेकिन उसे सरकार पूरा नहीं कर रही है. आगे बिहार विधानसभा चुनाव है. चुनाव की घोषणा होते ही अचार सहिंता लागू हो जाएगा और फिर से नियोजित शिक्षकों की सेवा शर्त लागू नहीं हो पाएगा.
'लॉकडाउन लगाने की मांग'
इसके आलावा एजाज अहमद ने प्रदेश में कोरोना महामारी की स्थिति को देखते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि लॉकडाउन की अवधि बढ़ाए. क्योंकि सरकार की अनदेखी के कारण कोरोना संक्रमण काफी बढ़ गया है. साथ ही उन्होंने कोरोन को लेकर सराकर की ओर से किए जा रहे कार्यों पर भी सवाल उठाया.
'जरूर लागू होगी सेवा शर्त'
जाप के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव के आरोप पर पलटवार करते हुए जेडीयू के वरिष्ठ नेता और प्रदेश महासचिव डॉ. निहोरा प्रसाद ने कहा कि सीएम जो कुछ भी कहते हैं उसे हर संभव पूरा करते हैं. उन्होंने सीएम के 15 सालों के शासन काल के बारे में बताया. साथ ही उन्होंने कहा कि नियोजित शिक्षकों के वेतन संबंधी से जुड़ा हुआ कार्य का भी विकास किया है इसीलिए उन्हें पूरा विश्वास है कि ने वाले कुछ दिनों में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रदेश के सभी नियोजित चार लाख शिक्षकों के सेवा शर्त को जरूर लागू करने का घोषणा करेंगे.
विपक्ष पर सिर्फ बयानबाजी करने का आरोप
इसके साथ ही डॉ. निहोरा प्रसाद ने विपक्ष पर आरोप लगाते हुए कहा कि ये सिर्फ बयानबाजी कर सिर्फ राजनीति की जा रही है. साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना काल में विपक्ष ने प्रदेश की जनता को जागरुक भी नहीं किया.