पटना: रविवार को राज्यसभा में किसान बिल पास होने के बाद देश के कई राज्यों में इस बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन किया गया. बिहार में भी इसका असर दिखाई दिया है. वहीं, जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव एजाज अहमद ने इस बिल को लेकर बताया कि रविवार को प्रदेश भर में पार्टी कार्यकर्ताओं ने इस बिल को लेकर प्रदर्शन किया, साथ ही इस दौरान पीएम मोदी का पुतला भी जलाया गया है.
किसान बिल को बताया काला कानून
एजाज अहमद ने इस बिल को काला कानून करार दिया और कहा कि यह किसान बिल किसानों के हित के लिए कारगर नहीं है. उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी इस बिल के विरोध में आ खड़ी हुई है और उन्होंने इसी महीने की 21 तारीख से लेकर 25 तारीख तक प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय में किसानों को जागरूक करेगी और प्रदर्शन करेगी. वहीं, उन्होंने बताया कि 26 तारीख को प्रदेश भर में मशाल जुलूस निकाला जाएगा और 27 सितंबर को बिहार बंद करने का भी एलान किया है. उन्होंने बताया कि केंद्र में मोदी सरकार मिली मैंडेट का गलत उपयोग कर कर रही है, जो कि गलत है.
बड़े पैमाने पर धरना प्रदर्शन करने की दी चेतावनी
वहीं, एजाज अहमद ने कहा कि उनकी पार्टी के संरक्षक और पूर्व सांसद पप्पू यादव ने किसान बिल राज्यसभा से पास कराने के बाद से खुलकर विरोध किया है और उन्होंने चेतावनी के लहजे में केंद्र सरकार से कहा है कि अगर प्रदेश के किसानों को ज्यादा परेशाने किया गया तो उनकी पार्टी चुप नहीं बैठेगी और आगे भी बड़े पैमाने पर धरना प्रदर्शन का कार्यक्रम करेगी. उन्होंने कहा कि अगर इसको लेकर अगर उन्हें जेल में जाना पड़ेगा तो वह सभी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ जेल जाना पसंद करेंगे.
किसानों के प्रति अमानवीय रवैया अपना रही केंद्र सरकार
एजाज अहमद ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार को किसानों से मतलब नहीं है. उन्होंने कहा कि किसान की स्थिति काफी खराब है और किसान आत्महत्या कर रहे है, लेकिन फिर भी सरकार कुंभकरण की नींद में सोई हुई है. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के प्रति अमानवीय रवैया अपना रही हैं. बहरहाल, किसान बिल का विरोध विपक्षी पार्टियों के द्वारा किया जा रहा है और देश के कई राज्यों में इस बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन शुरू हो चुका है. वहीं, बिहार में जाप पार्टी इसका विरोध कर रही है.