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कृषि कानून वापसी के बाद 'पप्पू ब्रिगेड' ने मनाया जश्न, बोले- अभी खत्म नहीं करेंगे प्रदर्शन

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Published : Nov 19, 2021, 6:44 PM IST

कृषि कानून वापसी के ऐलान के बाद जनाधिकार पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं में जश्न का माहौल है. जश्न मनाते हुए जाप कार्यकर्ताओं ने केन्द्र सरकार से आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के परिजनों को मुआजवा देने की मांग की है. पढ़ें पूरी खबर..

किसान कानून वापसी पर जाप नेताओं में जश्न
किसान कानून वापसी पर जाप नेताओं में जश्न

पटनाः किसानों के आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने करीब 14 महीने बाद तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने (WITHDRAWAL OF AGRICULTURAL LAWS) का ऐलान कर दिया. इस फैसले को किसानों की जीत और सरकार की हार के रूप में देखा जा रहा है. पटना की सड़कों पर उतरकर पप्पू यादव की जनाधिकार पार्टी के सैकड़ों नेताओं-कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया.

इसे भी पढ़ें- कृषि कानूनों की वापसी पर बिहार के कृषि मंत्री की मांग- 'किसानों के हित में थे कानून, पुनर्विचार करे सरकार'

जाप कार्यकर्ताओं ने रंग-गुलाल लगाकर जश्न मनाया. इसके साथ ही राजधानी के डाकबंगला चौराहे पर एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर कालिख पोती और 'मोदी हार गया' के नारे लगाए.

पटना के इनकम टैक्स गोलंबर से जन अधिकार पार्टी कार्यकर्ताओं ने विजय जुलूस निकाला जो डाकबंगला चौराहे तक गया. इस दौरान नेताओं ने कहा कि केवल कृषि कानूनों को वापस लेने से कुछ नहीं होगा. मोदी सरकार को आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने डीजल-पेट्रोल के दाम भी कम करने की मांग सरकार से की है.

किसान कानून वापसी के ऐलान के बाद जाप कार्यकर्ता सड़क पर उतरे

इसे भी पढ़ें- सरकार का तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का ऐलान : पीएम मोदी

जाप नेता पप्पू ने बताया कि इस आंदोलन के कारण लाखों परिवार प्रभावित हुए हैं. सैकड़ों किसान इस आंदोलन में शहीद हुए तब जाकर केंद्र सरकार ने इस कानून को वापस लिया है. वह भी तब, जब यूपी चुनाव सिर पर है, तब पीएम मोदी को यह एहसास हुआ कि उन्होंने गलत कदम उठाया था. चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि जब तक किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के मुआवजे का ऐलान केंद्र सरकार नहीं करती है, तब तक जन अधिकार पार्टी का प्रदर्शन जारी रहेगा.

इसे भी पढ़ें-कृषि कानूनों की वापसी को तेजस्वी यादव ने बताया किसानों की जीत, सरकार की हार

पटनाः किसानों के आंदोलन के बाद प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने करीब 14 महीने बाद तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने (WITHDRAWAL OF AGRICULTURAL LAWS) का ऐलान कर दिया. इस फैसले को किसानों की जीत और सरकार की हार के रूप में देखा जा रहा है. पटना की सड़कों पर उतरकर पप्पू यादव की जनाधिकार पार्टी के सैकड़ों नेताओं-कार्यकर्ताओं ने जश्न मनाया.

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जाप कार्यकर्ताओं ने रंग-गुलाल लगाकर जश्न मनाया. इसके साथ ही राजधानी के डाकबंगला चौराहे पर एकजुट होकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर कालिख पोती और 'मोदी हार गया' के नारे लगाए.

पटना के इनकम टैक्स गोलंबर से जन अधिकार पार्टी कार्यकर्ताओं ने विजय जुलूस निकाला जो डाकबंगला चौराहे तक गया. इस दौरान नेताओं ने कहा कि केवल कृषि कानूनों को वापस लेने से कुछ नहीं होगा. मोदी सरकार को आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा देना चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने डीजल-पेट्रोल के दाम भी कम करने की मांग सरकार से की है.

किसान कानून वापसी के ऐलान के बाद जाप कार्यकर्ता सड़क पर उतरे

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जाप नेता पप्पू ने बताया कि इस आंदोलन के कारण लाखों परिवार प्रभावित हुए हैं. सैकड़ों किसान इस आंदोलन में शहीद हुए तब जाकर केंद्र सरकार ने इस कानून को वापस लिया है. वह भी तब, जब यूपी चुनाव सिर पर है, तब पीएम मोदी को यह एहसास हुआ कि उन्होंने गलत कदम उठाया था. चेतावनी देते हुए उन्होंने कहा कि जब तक किसान आंदोलन के दौरान शहीद हुए किसानों के मुआवजे का ऐलान केंद्र सरकार नहीं करती है, तब तक जन अधिकार पार्टी का प्रदर्शन जारी रहेगा.

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