नई दिल्ली/पटना: जन अधिकार पार्टी सुप्रीमो पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने शनिवार को 24 अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय में कांग्रेस महासचिव और झारखंड प्रभारी आरपीएन सिंह (RPN Singh) से मुलाकात की. मुलाकात के बाद पप्पू यादव ने राहुल गांधी की तारीफ की है. उन्होंने कांग्रेस में शामिल होने पर कहा कि कांग्रेस राजा है और हम रंक, अपने मुंह मियां मिठ्ठू नहीं बनना है. हम सेवक हैं काम करते हैं.
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इस दौरान पप्पू यादव ने जहां राहुल गांधी की तारीफ की, वहीं नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा. पप्पू यादव ने बिहार कांग्रेस प्रभारी भक्त चरण दास की बात को दोहराते हुए कहा कि बीजेपी और तेजस्वी यादव मिल गए हैं. राजद के सहारे बीजेपी नीतीश को समाप्त करना चाहती है. साथ ही महागठबंधन पर उन्होंने कहा कि महागठबंधन तो टूट चुका है, सबको सब कुछ पता है.
जब उनसे पूछा गया कि क्या पप्पू यादव और कन्हैया बिहार में कांग्रेस का चेहरा होंगे तो पप्पू यादव ने कहा कि मुझे समझ में नहीं आता कि जब कांग्रेस प्रभारी ने कह दिया कि 40 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, तो अब बताने के लिए बचा क्या था. उन्होंने कहा, आरजेडी बीजेपी की बी टीम है. आरजेडी के युवराज बीजेपी से मिले हुए हैं.
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"बहुत क्लियर है कि हम कांग्रेस के समर्थन में खड़े रहेंगे. कांग्रेस अगर बिहार की जनता की चिंता करेगी और उम्मीद,सपना और ट्रस्ट के साथ आगे बढ़ेगी तो पप्पू यादव खाद बनने के लिए तैयार है. बिहार के लोग भी कांग्रेस को उम्मीद के साथ देख रहे हैं. अब तेजस्वी मछली मारेंगे और बीजेपी की बी टीम बनकर हमेशा कांग्रेस को ही गरियाते रहेंगे. सोनिया गांधी नहीं होती तो वो लालू परिवार कब का खत्म हो गया होता. अब बीजेपी उसी के कंधे का सहारा लेकर नीतीश को निशाना बना रही है."- पप्पू यादव, जाप सुप्रीमो
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पप्पू यादव ने बीजेपी और आरजेडी पर निशाना साधते हुए कहा कि विपक्ष का नेता बीजेपी से मिला हुआ है. देश की तरह बिहार में भी अगर कांग्रेस अकेले चलेगी तो 2024 कांग्रेस का होगा.
बता दें कि सूत्रों के अनुसार पप्पू यादव पहले अपनी पार्टी जन अधिकार का कांग्रेस से गठबंधन चाहते थे. लेकिन कांग्रेस की ओर से पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी के कांग्रेस में विलय का प्रस्ताव दिया गया. जिसके बाद ये बातचीत अंतिम दौर में है. पप्पू यादव किन शर्तों के साथ कांग्रेस में शामिल होंगे, फिलहाल ये तय होना बाकी है. इससे पहले पप्पू यादव ने उपचुनाव में कांग्रेस को मदद करने के भी संकेत दिये थे.
सूत्रों के अनुसार पप्पू यादव नवम्बर के पहले सप्ताह में दिल्ली आकर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे. इसके बाद कांग्रेस में शामिल होने का औपचारिक ऐलान किया जाएगा. इधर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) से बिहार का एक बड़ा चेहरा कन्हैया कुमार हाल ही में कांग्रेस पार्टी में शामिल हुए हैं. जिनको पार्टी ने कई राज्यों में चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी दी है.
दरअसल पप्पू यादव की पत्नी रंजीत रंजन बिहार में सुपौल से सांसद रह चुकी हैं. फिलहाल वो कांग्रेस की राष्ट्रीय सचिव हैं. पूर्व सांसद रंजीत को उपचुनाव में कुशेश्वरस्थान विधानसभा सीट के लिए पर्यवेक्षक बनाया गया है. हालांकि अब तक के हालात के अनुसार रंजीत रंजन कुशेश्वर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी अतिरेक के लिए वोट मांगेंगी और उनके पति पप्पू यादव अपनी पार्टी 'जाप' के योगी चौपाल के लिए प्रचार करेंगे. वहीं पिछले दिनों पप्पू यादव के जेल जाने के बाद रंजीत रंजन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश सरकार पर निशान साधा था. पप्पू यादव के भाजपा, जेडीयू, आरजेडी से ज्यादा सहज रिश्ते कांग्रेस पार्टी के साथ रहे हैं.
आपको बताएं कि पप्पू यादव (Pappu Yadav) ने इससे पहले स्पष्ट किया था कि वे कांग्रेस में अपनी पार्टी का विलय नहीं करेंगे. उन्होंने कहा था, 'कांग्रेस के साथ गठबंधन कर सकता हूं, लेकिन पहले कांग्रेस को आरजेडी से अपना गठबंधन तोड़ना होगा. आरजेडी ने हमेशा कांग्रेस को अपमानित किया है. कांग्रेस को बिहार में कमजोर किया है. नए बिहार के निर्माण की जरूरत है. मैं कांग्रेस के साथ मिलकर बिहार को मजबूत बनाना चाहता हूं.' सूत्रों के अनुसार कांग्रेस, जाप का पार्टी में विलय चाहती है. वहीं महागठबंधन में टूट के बाद पप्पू यादव की आपीएन सिंह से ये मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है. अब पप्पू यादव की नवंबर में राहुल गांधी से मुलाकात के बाद ही तस्वीर पूरी तरह से साफ हो सकती है.