पटना: नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के जनता दरबार (Janata Darbar In Patna) में मुजफ्फरपुर से आए एक युवक ने कहा कि सर पिछले साल छठ के दौरान मेरे पिता की हत्या कर दी गई थी. लेकिन सरकार की तरफ से आज तक मुआवजा नहीं दिया गया है. यह सुनते ही सीएम ने संबंधित विभाग को फोन कर पूछा कि अनुसूचित जाति (Scheduled Caste) की हत्या हुई थी. हत्या होने पर मदद का नियम बना हुआ है तो काहे नहीं इनको अबतक मदद दिया गया है.
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सीएम के जनता दरबार में आए फरियादी ने बताया कि एक साल पहले छठ के संध्याकालीन अर्घ्य के दौरान उसके पिता की हत्या कर दी गई थी. लेकिन उसे मुआवजा नहीं दिया गया,जबकि वह अनुसूचित जाति का है.
"सर एक साल हो गया है लेकिन आज तक सरकार की ओर से कोई मुआवजा नहीं दिया गया. पिछले साल पिता की हत्या की गई थी. छठ के दौरान ही उनकी हत्या हुई थी."- फरियादी
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नीतीश कुमार को जैसे ही पता चला कि अनुसूचित जाति की हत्या से जुड़ा मामला है, उन्होंने तुरंत अधिकारी को फोन लगाया और जमकर फटकारा. साथ ही सीएम ने जल्द से जल्द पीड़ित परिवार की मदद करने के निर्देश दिए हैं.
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मुजफ्फरपुर से लड़का आया है. इसके पिता की हत्या कर दी गई थी, अनुसूचित जाति के थे, लेकिन इसको किसी भी तरह की सरकारी सहायता नहीं मिली है. जब हत्या होने पर मदद का नियम बना हुआ तो काहे नहीं मिला. इस मामले को तुरंत देख लीजिए.- नीतीश कुमार,सीएम, बिहार
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बता दें कि आज से 4 दिवसीय महापर्व छठ (Chhath) की शुरुआत हो रही है. छठ पर्व के बावजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जनता दरबार लगा है. सीएम शिक्षा, स्वास्थ्य, समाज कल्याण, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण, अनुसूचित जाति जनजाति कल्याण, साइंस एंड टेक्नोलॉजी, आईटी, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, वित्त विभाग, श्रम संसाधन विभाग और सामान्य प्रशासन विभाग से संबंधित शिकायतें सुन रहे हैं.
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सीमित संख्या में लोगों को बुलाने के कारण ही रजिस्ट्रेशन कराने के बावजूद लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है. जनता दरबार के बाहर बड़ी संख्या में ऐसे लोग पहुंच रहे हैं, जिन्होंने रजिस्ट्रेशन एक से डेढ़ महीना पहले करवा लिया है लेकिन अभी तक जनता दरबार के लिए बुलावा नहीं आया है.