पटनाः मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) आज जनता दरबार में एक बार फिर से लोगों की शिकायत सुनेंगे. सीएम आज सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, वित्त विभाग, संसदीय कार्य विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, साइंस एंड टेक्नोलॉजी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला संस्कृति एवं युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग और आपदा विभाग से संबंधित शिकायतें सुनेंगे. जनता दरबार में संबंधित सभी विभागों के मंत्री और सभी आला अधिकारी मौजूद रहेंगे. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव दिल्ली में हैं. ऐसे में उनके जनता दरबार में आज शामिल होने की उम्मीद कम है.
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नीतीश कुमार का जनता दरबार: कोरोना के कारण जनता दरबार में इस बार भी काफी सीमित संख्या में लोगों को बुलाया गया है. ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने वाले लोगों को जिला प्रशासन जांच पड़ताल के बाद ही जनता दरबार लेकर पहुंचेगा और जिला प्रशासन के माध्यम से ही फिर उन्हें संबंधित जिलों में वापस पहुंचाया जाएगा. मुख्यमंत्री लोगों की शिकायत सुनने के बाद ऑन स्पॉट अधिकारियों को निर्देश देते हैं और शिकायतों को दूर करने की कोशिश करते हैं.
हालांकि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराने के कई महीनों बाद भी लोगों को जनता दरबार में जाने का मौका नहीं मिल रहा है. इसके कारण बड़ी संख्या में लोग जनता दरबार के बाहर भी इस उम्मीद से पहुंच रहे हैं कि उनकी शिकायतें मुख्यमंत्री के पास पहुंच जाएगी लेकिन सुरक्षा बल उन्हें जनता दरबार में जाने नहीं देते हैं. साथ ही बड़ी संख्या में लोगों को अभी भी यह पता नहीं है कि ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना है तो जनता दरबार में जो प्रक्रिया बदली है, उसके कारण लोगों को परेशानी भी हो रही है.
जनता दरबार में पहले की तरह अब मीडिया को भी जाने की अनुमति नहीं है लेकिन सोशल साइट्स पर जनता दरबार का लाइव टेलीकास्ट किया जा रहा है. इस बार भी सूचना जनसंपर्क सहित मुख्यमंत्री से जुड़े सोशल साइट पर इसका सीधा प्रसारण किया जाएगा. जनता दरबार को लेकर सियासत भी शुरू है. जेडीयू के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष आरसीपी सिंह ने जनता दरबार को लेकर निशाना भी साधा था पिछले दिनों और जनता दरबार में हो रहे खर्च को लेकर व्हाइट पेपर जारी करने की मांग भी की थी.
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