पटना: आज जनता दरबार (Janata Darbar) का आयोजन होगा. जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) आपदा प्रबंधन, जल संसाधन, पंचायती राज, ऊर्जा और पथ निर्माण सहित लगभग डेढ़ दर्जन विभागों की शिकायतें सुनेंगे.
ये भी पढ़ें: 'नीतीश के मंत्री लगाते रहे फोन.. बजती रही घंटी.. लेकिन DIG ने नहीं दिया जवाब'
जनता दरबार में संबंधित विभाग के सभी मंत्री और सभी आला अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. मुख्यमंत्री लोगों की शिकायत सुनने के बाद ऑन स्पॉट उनकी समस्याओं का समाधान करने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश भी देते हैं. इस बार जनता दरबार मुख्यमंत्री आवास (Chief Minister Residence) के स्थान पर मुख्यमंत्री सचिवालय (Chief Minister Secretariat) संवाद में बनाए गए नए हॉल में आयोजित हो रहा है.
मुख्यमंत्री तीसरे सोमवार को जल संसाधन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग और जलवायु परिवर्तन विभाग की शिकायतें सुनेंगे.
ये भी पढ़ें: जनता दरबार से बाहर निकलने पर बोले शिक्षक- मेरी बात नहीं सुन रहे थे मुख्यमंत्री, इसीलिए हो गई बहस
जनता दरबार में कोरोना गाइडलाइन (Corona Guideline) का सख्ती से पालन किया जा रहा है. बाहर से जो भी शिकायतकर्ता जनता दरबार में आ रहे हैं, उनकी कोरोना जांच के साथ वैक्सीनेशन भी किया जा रहा है. हालांकि जनता दरबार में जहां पहले बड़ी संख्या में लोग पहुंचते थे, वहीं अब कोरोना के कारण सीमित संख्या में ही लोगों को आने की अनुमति दी जा रही है.
आपको बताएं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 5 साल बाद फिर से जनता दरबार कार्यक्रम की शुरुआत की है. सीएम ने इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में जेडीयू के खराब परफॉर्मेंस के बाद फिर से जनता दरबार लगाने की घोषणा की थी.