पटनाः सीबीआई की ओर से राजद सुप्रीमो और बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के खिलाफ भ्रष्टाचार से जुड़ा एक और केस दोबारा खोलने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद एक बार फिर से बिहार की राजनीति गरमा गई है. राजद के प्रदेश जगदानंद सिंह (RJD State President Jagdanand Singh) ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा लालू प्रसाद के खिलाफ जनता में अविश्वास पैदा करने में भाजपा नाकाम रही है. उनकी किडनी खराब होना साजिश लगती है. पहले भी समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, बीपी सिंह की भी किडनी खराब हुई थी. वर्तमान के समाजवादी लालू प्रसाद और शरद यादव का किडनी खराब हुई है.
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"पूर्व प्रधानमंत्री वीपी सिंह को किडनी की बीमारी, लालू प्रसाद को किडनी की बीमारी, शरद यादव की किडनी खत्म, आखिर मामला क्या है? डॉ राम मनोहर लोहिया का भी वही हाल रहा. यह क्या मामला है? कहीं न कहीं यह लगता है कि यह जनता के भीतर से विश्वास नहीं खत्म नहीं कर पाते हैं. वह शारीरिक रूप से कहीं कहीं न कहीं षड्यंत्र के द्वारा इस कार्य में सफल हो जाते हैं."-जगदानंद सिंह, राजद प्रदेश अध्यक्ष
विरोधियों को खत्म करने का प्रयास कर रही है भाजपाः जगदानंद सिंह ने कहा कि एक जज ने हाल ही में कहा है कि चुनाव आएगा, तो आप किसी को भी बंद कर देंगे? हम लोग भी चाहेंगे कि जो प्रशासकीय व्यवस्था है, वह संविधान और विधान के तहत कार्य करे. किसी भी वर्तमान सरकार के विरोधियों को खत्म कर दें, इसके लिए संविधान इजाजत नहीं देता है. भारत की संविधान में चेक और बैलेंस की व्यवस्था है. संविधान और विधान से कोई सर्वोपरि नहीं है. जहां इस पर संकट आता है तो सर्वोच्च न्यायालय व्याख्या करती है और संविधान की जो व्याख्या है, वह सर्वोपरि होता है.
व्यवस्था को समाप्त करना इनका लक्ष्यः राजद प्रदेश अध्यक्ष ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि देश को नष्ट करने वाले इस देश की आस्था खत्म कर देना चाहते हैं. संविधान में जो आस्था है, देश में लोगों की व्यवस्था है. सबको खत्म करके यह लोग व्यवस्था को बंद कर देना चाहते हैं. दुनिया के इतिहास में कहीं भी ऐसा नहीं है कि व्यवस्थापक, व्यवस्था को समाप्त कर दें. यह सच में भारत के प्रतिनिधि नहीं है.
भाजपा नीतियों से लड़ने के बजाय नेता को समाप्त करना चाहती हैः जगदानंद सिंह ने कहा कि भाजपा नीतियों से लड़ने के लिए तैयार नहीं है. केवल संस्थाओं को समाप्त करने और संस्थाओं का सहयोग लेकर के किसी व्यक्तित्व को छोटा नहीं कर सकते. उन्होंने लालू प्रसाद की बीमारी का जिक्र करते हुए कहा कि जिस इंसान की बीमारी से ऐसा लगता था कि पूरा देश बीमार हो गया. दुनिया ने देखा कि सबको लालू की चिंता लगी हुई थी. लोगों की आशा का केंद्र लालू प्रसाद हैं. उन्होंने कहा कि अब वे लोग यह समझते हैं कि कोई नई चीज पैदा करके लालू प्रसाद को जेल में बंद कर दिया जाए.
सीबीआई ने खोला लालू के खिलाफ भ्रष्टाचार का केस: बता दें कि सीबीआई ने इस मामले में साल 2018 में जांच शुरू की थी और मई 2021 में जांच को बंद कर दिया गया था. बताया जाता है कि सीबीआई को लालू के खिलाफ आरोपों पर पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं. इस मामले में लालू प्रसाद यादव के अलावा उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, उनकी बेटी चंदा यादव और रागिनी यादव को भी अभियुक्त बनाया है.
रेलवे परियोजनाओं से जुड़ा मामला: बताया जाता है कि इस मामले में कहा गया था कि लालू यादव ने रेलवे के प्रोजेक्ट्स निजी कंपनी को देने के एवज में दक्षिणी दिल्ली की एक प्रॉपर्टी रिश्वत के तौर पर हासिल की थी. आरोप था कि इस निजी कंपनी ने एक शेल कंपनी के जरिए प्रॉपर्टी काफी कम दाम में खरीदी और फिर इस शेल कंपनी को तेजस्वी यादव और लालू यादव के संबंधियों ने खरीद लिया. शेल कंपनी को खरीदने के लिए महज चार लाख रुपये की राशि शेयर ट्रांसफर के जरिए चुकाई गई.
IRCTC घोटाले में फिर जांच शुरू: रेलवे की परियोजनाओं में भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच शुरू होने से लालू परिवार पर संकट के बादल (Lalu Family in Trouble) मंडरा रहे हैं. इससे पहले उन्हें अन्य मामलों में सजा हो चुकी है और लालू लंबे समय तक जेल में भी रहे. हाल ही में लालू का सिंगापुर में ऑपरेशन किया गया था, जिसमें उनकी बेटी ने किडनी डोनेट की थी. लालू का नाम चारा घोटाले में बतौर मुख्य आरोपी रहा. फिलहाल, लालू के खिलाफ केस दोबारा खुलने की खबरों से राज्य में एक बार फिर सियासत गर्म होने की आशंका है.