पटनाः बिहार में नियोजित शिक्षकों के मसले पर कांग्रेस पार्टी की ओर से सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया गया. विपक्षी नेताओं ने नियोजित शिक्षकों के मसले पर सरकार को घेरा और जल्द से जल्द इस मुद्दे को सुलझाने की बात कही.
कांग्रेस ने दिया स्थगन प्रस्ताव
बिहार के साढे़ तीन लाख नियोजित शिक्षक हड़ताल पर हैं और शिक्षक लगातार आंदोलन कर रहे हैं. नियोजित शिक्षकों का मसला बिहार विधानसभा में भी गूंजा. कांग्रेस पार्टी की ओर से कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया गया. विपक्षी सदस्यों ने सदन के अंदर इस मसले पर जमकर हंगामा किया और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
'शिक्षक देश का निर्माण करते हैं'
नियोजित शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन मिले इस बात की विधानसभा में पुरजोर वकालत हुई. कांग्रेस पार्टी की ओर से कार्य स्थगन प्रस्ताव लाया गया. पार्टी नेता अवधेश प्रसाद सिन्हा ने कहा कि शिक्षक देश के भविष्य का निर्माण करते हैं और अगर वह भूखे रहेंगे तो शिक्षा व्यवस्था ठीक नहीं हो पाएगी. शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन मिलना चाहिए.
'नीतीश ने शिक्षा व्यवस्था को चौपट किया'
वहीं, भाकपा माले विधायक महबूब आलम ने कहा कि नीतीश कुमार ने शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने का काम किया है. जब तक शिक्षक भूखा रहेगा, तब तक शिक्षा का स्तर नहीं सुधर सकता है. हम लोग इस मुद्दे को लेकर सड़क से सदन तक उठाएंगे.
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आरजेडी ने भी उठाया शिक्षकों का मामला
वहीं, आरजेडी ने भी नियोजित शिक्षकों के पक्ष में आवाज बुलंद की. पूर्व मंत्री शिवचंद्र राम ने कहा कि नियोजित शिक्षकों को समान काम के लिए समान वेतन मिलना चाहिए. मेरी सरकार आएगी तो हम लोग शिक्षकों की मांग को पूरा करेंगे.
एनडीए ने दिलाया भरोसा
इस मुद्दे पर विपक्षी पार्टियों के जवाब में श्रम संसाधन मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि अब तक शिक्षकों के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन सरकार ने ही सब कुछ किया है और आगे भी हम उनका ख्याल रखेंगे. शिक्षकों को भी सरकार के साथ सहयोग करना चाहिए.