पटना: सूबे में कानून व्यवस्था को लेकर DGP गुप्तेश्वर पांडेय ने रविवार फेसबुक लाइव किया था. इस दौरान डीजीपी ने कहा था कि बिहार पुलिस के कुछ अधिकारी अपने साथी पुलिसकर्मियों का मनोबल गिराने की कोशिश करते हैं. इस पर अब सीएम नीतीश कुमार की नाराजगी सामने आई है. उन्होंने कहा कि डीजीपी का काम नीति बनाना नहीं है. उनके फेसबुक लाइव से सरकार की फजीहत हुई है.
फेसबुक लाइव में डीजीपी ने दिया था ये बयान
दरअसल, बिहार के पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडेय ने अपने ही विभाग पर सवाल उठाते हुए कहा था कि कुछ पुलिस अधिकारी ही साजिश के तहत पुलिस विभाग का मनोबल गिराने में लगे हैं. हालांकि, उन्होंने ऐसे अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे अधिकारी सुधर जाएं, वे कुछ भी करें, हमारा मनोबल नहीं टूटेगा. उन्होंने रविवार को पुलिस अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि 90 प्रतिशत पुलिस वाले मजबूती से अपने कर्तव्यपालन में लगे हैं. पुलिस में कुछ मुट्ठीभर लोग हैं, जिनसे विभाग बदनाम हो रहा है.
क्या है सीएम की नाराजगी की वजह?
बीते कुछ दिनों में सूबे में जिस तरह से लगातार अपराध बढ़ रहे हैं. उसे रोकने में बिहार पुलिस नाकामयाब साबित हो रही है. इसको लेकर सीएम नीतीश कुमार ने 20 दिन के अंतराल पर दूसरी बार अपराध नियंत्रण को लेकर समीक्षा बैठक की. सीएम नीतीश कुमार बैठक के दौरान डीजीपी के फेसबुक लाइव से नाराज दिखे और अधिकारियों को फटकार लगाई. इससे इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि डीजीपी के फेसबुक लाइव से सरकार की फजीहत हुई है और सूबे के मुखिया इससे खफा हैं.
अधिकारियों को धरातल पर काम करने की नसीहत
बैठक में सीएम नीतीश ने साफ तौर पर कहा कि सोशल मीडिया पर बात करने से लॉ एंड ऑडर पर लगाम नहीं लगेगा. डीजीपी के फेसबुक लाइव में कुछ अधिकारियों पर सवाल उठाने से भी सीएम नाराज दिखे. सीएम ने कहा कि वो किसी भी कीमत पर क्राइम कंट्रोल से समझौता नहीं कर सकते हैं. उन्होंने अधिकारियों को धरातल पर काम करने की नसीहत दी.