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कोरोना काल में भारतीय रेलवे ने माल ढुलाई करके बनाया रिकॉर्ड

11 मार्च 2021 तक मासिक आधार पर, भारतीय रेल का लोड 43.43 मिलियन टन था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 39.33 मिलियन टन की तुलना में 10 फीसदी अधिक है.

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Published : Mar 18, 2021, 7:13 PM IST

पटना
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पटनाः भले ही कोरोना लॉकडाउन में यात्रियों के लिए ट्रेनों का परिचालन कुछ दिनों के लिए ठप था, लेकिन रेल का पहिया नहीं रुका. माल ढुलाई करके लॉक डाउन में भारतीय रेल ने रिकॉर्ड बनाया है. पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि 11 मार्च 2021 तक मासिक आधार पर, भारतीय रेल का लोड 43.43 मिलियन टन था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 39.33 मिलियन टन की तुलना में 10 फीसदी अधिक है.

11 मार्च, 2021 को दैनिक आधार पर, भारतीय रेल का माल लोडिंग 4.07 मिलियन टन था, जो पिछले साल की इसी तारीख (3.03 मिलियन टन) की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक है. मार्च 2021 के महीने में 11 मार्च तक मालगाड़ियों की औसत गति 45.49 किमी प्रति घंटे थी जो पिछले वर्ष की इसी अवधि (23.29 किमी प्रति घंटे) की तुलना में लगभग दोगुनी है.

कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, 11 मार्च 2021 को भारतीय रेल ने पिछले साल की कुल संचयी माल ढुलाई के आंकड़े को पार कर लिया है. 11 मार्च 2021 को भारतीय रेल की संचयी माल ढुलाई 1145.68 मिलियन टन थी, जो पिछले वर्ष की कुल संचयी लोडिंग (1145.61 मिलियन टन) से अधिक है. मार्च 2021 के यह आंकड़े माल लोडिंग और गति के मामले में तेजी को दर्शाते हैं साथ ही भारतीय रेल किस गति से कार्य कर रही है, इसे भी प्रदर्शित करते हैं.

देखें वीडियो

ये भी पढ़ेंः आम पर तत्काल, खास के लिए अर्जी! मंत्री के भाई समेत 10 के खिलाफ वारंट के लिए पुलिस पहुंची कोर्ट

उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल मालगाड़ियों की आवाजाही को अधिक आकर्षक बनाने के लिए कई रियायतें और छूट भी दे रही है. जोन और डिवीजनों में व्यवसाय विकास इकाइयों का मजबूत उदय, उद्योगों और लॉजिस्टिक सेवाएं देने वालों से निरंतर संवाद और तेज गति आदि से भारतीय रेल का माल ढुलाई काफी तेजी से विकसित हो रहा है.

इस तथ्य पर भी ध्यान देने की जरूरत है कि कोविड महामारी का उपयोग भारतीय रेल द्वारा अपनी सर्वांगीण क्षमता और प्रदर्शन में सुधार करने के अवसर के रूप में किया गया है.

पटनाः भले ही कोरोना लॉकडाउन में यात्रियों के लिए ट्रेनों का परिचालन कुछ दिनों के लिए ठप था, लेकिन रेल का पहिया नहीं रुका. माल ढुलाई करके लॉक डाउन में भारतीय रेल ने रिकॉर्ड बनाया है. पूर्व मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि 11 मार्च 2021 तक मासिक आधार पर, भारतीय रेल का लोड 43.43 मिलियन टन था, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि में 39.33 मिलियन टन की तुलना में 10 फीसदी अधिक है.

11 मार्च, 2021 को दैनिक आधार पर, भारतीय रेल का माल लोडिंग 4.07 मिलियन टन था, जो पिछले साल की इसी तारीख (3.03 मिलियन टन) की तुलना में 34 प्रतिशत अधिक है. मार्च 2021 के महीने में 11 मार्च तक मालगाड़ियों की औसत गति 45.49 किमी प्रति घंटे थी जो पिछले वर्ष की इसी अवधि (23.29 किमी प्रति घंटे) की तुलना में लगभग दोगुनी है.

कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद, 11 मार्च 2021 को भारतीय रेल ने पिछले साल की कुल संचयी माल ढुलाई के आंकड़े को पार कर लिया है. 11 मार्च 2021 को भारतीय रेल की संचयी माल ढुलाई 1145.68 मिलियन टन थी, जो पिछले वर्ष की कुल संचयी लोडिंग (1145.61 मिलियन टन) से अधिक है. मार्च 2021 के यह आंकड़े माल लोडिंग और गति के मामले में तेजी को दर्शाते हैं साथ ही भारतीय रेल किस गति से कार्य कर रही है, इसे भी प्रदर्शित करते हैं.

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उल्लेखनीय है कि भारतीय रेल मालगाड़ियों की आवाजाही को अधिक आकर्षक बनाने के लिए कई रियायतें और छूट भी दे रही है. जोन और डिवीजनों में व्यवसाय विकास इकाइयों का मजबूत उदय, उद्योगों और लॉजिस्टिक सेवाएं देने वालों से निरंतर संवाद और तेज गति आदि से भारतीय रेल का माल ढुलाई काफी तेजी से विकसित हो रहा है.

इस तथ्य पर भी ध्यान देने की जरूरत है कि कोविड महामारी का उपयोग भारतीय रेल द्वारा अपनी सर्वांगीण क्षमता और प्रदर्शन में सुधार करने के अवसर के रूप में किया गया है.

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