पटना: बिहार में हाल के दिनों में कोरोना के नए मामले में काफी कमी देखने को मिली है. लेकिन महाराष्ट्र और केरल जैसे राज्यों में कोरोना के नए मामले एक बार फिर से बढ़े हैं. वर्तमान में देश के 75 फीसदी कोरोना मरीज महाराष्ट्र और केरल राज्य से हैं. इसी वजह से गृह मंत्रालय ने बिहार को अलर्ट भेजा है.
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गृह मंत्रालय का कहना है कि बिहार में भी नए मामलों की संख्या तेजी से बढ़ सकती है. इसलिए विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है. वहीं, राज्य के वरिष्ठ चिकित्सक भी लोगों को जागरूक करते हुए विशेष सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं.
"बिहार में अभी कोरोना के हालात ठीक है. लेकिन लापरवाही बरतने पर आने वाले दिनों में यह हालात बिगड़ सकते हैं. जितनी तेजी से महाराष्ट्र, केरल और अन्य राज्यों में कोरोना के मामले बढ़ने शुरू हुए हैं, बिहार को भी सचेत रहने की आवश्यकता है."- डॉ. दिवाकर तेजस्वी, वरिष्ठ चिकित्सक
'इंडियन म्युटेंट वेरिएंट से परेशानी'
इसके अलावा डॉ. दिवाकर ने कहा कि चिंता की बात यह है कि अभी जो कोरोना के नए वेरिएंट आए हैं, वो इंडियन म्युटेंट वेरिएंट हैं. चिकित्सा जगत में अभी इस बात पर शोध हो रहा है कि कोरोना के जो इंडियन म्युटेंट मिले हैं उसका नया स्ट्रेन कितना घातक है? इसकी जांच की जा रही है. हालांकि बिहार से भी कोरोना के सैंपल बाहर भेजें जा रहे हैं. पता लगाया जा रहा है कि कहीं उसमें कोई जेनेटिक वेरिएशन तो नहीं हो गया है या फिर नया म्यूटेंट वेरायटी तो नहीं है.
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कोरोना वैक्सीनेशन जारी
बता दें कि कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन जारी है. हालांकि फेस्टिवल सीजन आ रहा है, मौसम भी चेंज कर रहा है और देश के अन्य राज्यों में मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. ऐसे में कोविड-19 से बचाव से जुड़े जो सभी नियम हैं उनका गंभीरता से पालन करने की जरूरत है.
महाराष्ट्र में कोरोना मामले में वृद्धि
कोरोना टैली का ग्राफ थोड़े ही समय में महाराष्ट्र के ठाणे, पुणे, नासिक, अकोला और नागपुर जिलों में बढ़ा है. वहीं मुंबई में भी फिर से संख्या बढ़ रही है और कोरोना का प्रकोप लगातार बना हुआ है. पिछले 11 महीनों में किए गए उपायों के कारण अब यह कुछ हद तक नियंत्रण में है. लेकिन एक महीने से कोरोना मामलों की संख्या में वृद्धि दर्ज की गई है. पिछले कुछ दिनों में नए मामलों के मिलने की दर 12 प्रतिशत से बढ़कर 14 प्रतिशत हो गई है.