पटना सिटी: त्योहारों का मौसम आ गया है. बिहार में भी दीपावली और छठ को लेकर बाजार सज गए हैं. रंग-बिरंगी लाइट से पटना के बाजार गुलजार है लेकिन इस बार रंग बिरंगी लाइटों में एक आकर्षण करने वाला दीया लोगों को खूब भा रहा है, क्योंकि ये दीया ना ही तेल से जलते हैं और न ही घी से. ये दीया पानी से जलता. जिसके चलते लोग इस दीये (Demand For Water Lamps In Market) को खूब पसंद कर रहे हैं.
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बाजार में आया पानी वाला दीया: दीपावली के मौके पर लोग घी और तेल का दीप जलाकर घरों को सजाते है, लेकिन महंगाई के चलते घी और तेल के दाम आम लोगों के बजट से बाहर होता जा रहा है. वहीं भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने देश के कारीगरों से लोकल फॉर वोकल के तर्ज पर समान बनाने की बात कही थी, उस मिशन को ध्यान में रखते हुए कारीगरों ने घी और तेल के बदले पानी से जलने वाली दीप को तैयार कर दिया.
पानी से जलने वाला दीया, आखिर कैसे? : अब सवाल ये है कि दीया पानी से कैसे जलता है? दरअसल, यह दीया पानी से नहीं, बल्कि बैटरी से जलता है. इसमें सेंसर लगा है, जो पानी के संपर्क में आने पर एक्टिव हो जाता है. ऐसे में यह दीया कुछ अलग हटकर है. और लोग भी इसे खूब खरीद रहे है.
25 रुपये, एक दीए की कीमत : अमूमन आप बाजार जाते है और एक दर्जन मिट्टी के दीए खरीदते है तो उसकी कीमत 30 से 40 रुपये होती है. लेकिन इस अनोखे दीए की कीमत 25 रुपये पीस है. यानी अगर आप एक दर्जन दीया खरीदेंगे तो इसके लिए आपको 300 रुपये कीमत चुकानी पड़ेगी.
दीया खरीदने के लिए उमड़ी लोगों की भीड़: पानी से जलने वाले दीया का बाजार काफी गर्म है. लोगों को ये दीया खूब भा रहा है. पानी वाली दीया को लोग खूब मजे से खरीद रहे हैं. दुकानदार नैयर इकबाल ने कहा की पानी वाली दीया की बिक्री काफी जोरों पर है और यह दीया अब बाजार में पूरी तरह खत्म हो चुकी है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लोकल फॉर वोकल मिशन को धन्यवाद दिया.
"इसे पानी द्वारा जलाया जाता है, मोदी जी के सपना को पूरा किया जा रहा है. यहां अब केवल लोकल आईटम लाया जाता है. यह दीया पानी से जलता है. मोदी जी से प्रेरणा लेकर देश के युवा पानी वाला दीया बनाए हैं."- नैयर इकबाल, दुकानदार
"आम पब्लिक के लिए घी और तेल का दीया जलाना संभव नहीं है. इसलिए हमलोगों द्वारा पानी वाला दीया लाया गया है. पानी डालने से ही ये दीया जलेगा."- राहुल, दुकानदार
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