पटना: बिहार में वाहनों से बढ़ते प्रदूषण को लेकर कई बार सवाल खड़े हुए हैं, जिसके बाद हरित ईंधन योजना के तहत 2020 में सीएनजी बसों का परिचालन शुरू किया गया है. साथ ही बड़ी संख्या में डीजल बसों को सीएनजी में कन्वर्ट किया जा रहा है. इसके अलावा डीजल और पेट्रोल ऑटो को भी सीएनजी में कन्वर्ट किया जा रहा है. वहीं, अगले साल पटना और इसके आसपास डीजल ऑटो का परिचालन बंद भी होने वाला है.
बसों को किया गया सीएनजी में कन्वर्ट
वायु और ध्वनि प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर पिछले कुछ सालों में कई बार गंभीर सवाल खड़े हुए हैं. इसे देखते हुए सरकार की ओर से कई योजनाएं शुरू की गई. जिनमें प्रमुख तौर पर परिवहन विभाग को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. परिवहन विभाग के सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि परिवहन विभाग ने इस साल सार्वजनिक परिवहन के तहत चलने वाले डीजल बसों को धीरे-धीरे सीएनजी में परिवर्तित करने की योजना पर काम करना शुरू कर दिया है.
कई बसों को सीएनजी में कन्वर्ट किया जा चुका है और आने वाले वक्त में परिवहन विभाग डीजल बसों की बजाए सिर्फ सीएनजी बसों की खरीद कर रहा है. बड़ी संख्या में सीएनजी स्टेशन खोले जा रहे हैं. वहीं, छोटे वाहनों विशेष रूप से डीजल और पेट्रोल ऑटो के कन्वर्जन की योजना पर भी तेजी से काम चल रहा है.
बिहार में प्रदूषण को कम करने का लक्ष्य
बिहार की परिवहन मंत्री शीला कुमारी ने कहा कि परिवहन विभाग का फोकस बिहार में प्रदूषण को कम करना है और इसके लिए सीएनजी और बैटरी चालित वाहनों के परिचालन को प्रोत्साहित किया जा रहा है. परिवहन सचिव ने बताया कि पेट्रोल और डीजल चालित ऑटो को सीएनजी में कन्वर्ट करने के लिए सरकार की ओर से सब्सिडी भी दी जा रही है.
ऑटो चालकों को 25 हजार से 40 हजार तक की सब्सिडी सरकार की ओर से दी जा रही है, जिससे अब बड़ी संख्या में ऑटो चालकों ने अपने ऑटो को सीएनजी में कन्वर्ट कराया है. उन्होंने कहा कि पटना में अब 5000 से ज्यादा सीएनजी ऑटो चल रहे हैं. आने वाले वक्त में अगले साल सभी ऑटो को हरित ईंधन यानी सीएनजी या बैटरी चालित ऑटो में कन्वर्ट कर दिया जाएगा. प्रदूषण नियंत्रण की दिशा में ये एक बड़ा कदम होगा.
20 डीजल बसों को किया गया कन्वर्ट
वायु प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए परिवहन विभाग ना सिर्फ सरकारी बल्कि प्राइवेट बस मालिकों से भी बात कर रहा है कि वह अपनी डीजल बसों को सीएनजी में परिवर्तित करा सकते हैं. सीएनजी बसों का किराया भी डीजल बसों से कम होगा, क्योंकि डीजल की तुलना में सीएनजी सस्ता है.
जानकारी के मुताबिक इस वक्त परिवहन निगम की 120 से ज्यादा डीजल बसें पटना में चल रही हैं. इन सभी को सीएनजी में कन्वर्ट करना है अब तक 20 डीजल बसों को सीएनजी में कन्वर्ट किया जा चुका है. सिर्फ सीएनजी ही नहीं बल्कि बिहार में अब इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन भी होने वाला है. इसके लिए पटना के फुलवारी शरीफ डिपो में चार्जिंग स्टेशन बन रहा है.