पटना: इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स (IAL) के तत्वावधान में कोरोना (Corona) काल में वकीलों की समस्याओं पर वर्चुअल बैठक की गई. पूरे राज्य से अधिवक्ताओं ने इस विषय पर अपनी राय रखी. इसमें मुख्य मुद्दा पिछले 14 माह में कोरोना महामारी के कारण पटना हाईकोर्ट समेत सभी अदालतों में कामकाज बंद होने, आवश्यक केसों की सुनवाई होने के कारण अदालती कामकाज ठप रहा.
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बड़ी संख्या में वकील कोरोना संक्रमित
इसी कारण वकीलों और उनसे जुड़े कर्मचारियों को काफी आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. राज्य भर में लगभग 500 वकीलों की इस महामारी के चलते मृत्यु हुई और बड़ी संख्या में अभी वकील कोरोना संक्रमित हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए होने वाली सुनवाई का लाभ उन्हीं वकीलों को मिल रहा है. जो नए तकनीक का उपयोग करना जानते हैं.
आर्थिक मदद करने की मांग
इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स का एक प्रतिनिधि मंडल अध्यक्ष योगेश चन्द्र वर्मा की नेतृत्व में मुख्यमंत्री और पटना हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से मिल कर अपने मांगों का ज्ञापन देगा. इन मांगों में प्रमुख है कि अधिवक्ताओं को आर्थिक मदद दी जाए. इसके लिए 250 करोड़ रुपए का फंड दिया जाए. कोविड से मरने वाले वकीलों के परिवार को 5-5 लाख रुपए मुआवजा दिया जाए. साथ ही कोरोना पीड़ित अधिवक्ताओं के इलाज की पूरी व्यवस्था की जाए.