पटना: बिहार में आमजन कोरोना और बाढ़ की मार से परेशान हैं. अस्पताल में लोग मुफ्त दवाइयों (free medicines) के लिए दर-दर भटक रहे हैं. वहीं, राजधानी पटना के खगौल प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ( Khagaul Primary Health Center) के बाहर कूड़े के ढेर में भारी मात्रा में दवाइयां फेंकी गयी हैं. दवा फेंकने के बारे में पूछे जाने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने जांच कराने की बात कही है.
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पटना के खगौल में स्वास्थ्य विभाग का नया कारनामा सामने आया है. जहां मरीजों को मुफ्त में दी जाने वाली दवाओं को फेंक कर जला दिया गया है. ये दवाइयां अस्पताल के मेन गेट के सामने जलाई गई हैं. जिसमें बच्चों के कीड़े की दवा, महिलाओं को डिलीवरी के दौरान दी जाने वाली आयरन की दवा समेत बुखार की दवा और खांसी के सिरप भारी मात्रा में फेंके गये हैं.
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वहीं, ग्रामीणों का कहना है कि यहां पर मरीजों को दवा बाहर से लिखी जाती है जबकि अस्पताल में दवा का स्टॉक उपलब्ध रहता है. यहां पर इसी तरह दवाओं को जला दिया जाता है. इस संबंध में खगौल चिकित्सा प्रभारी डॉ. स्नेह लता ने बताया कि साजिश के तहत उन्हें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है. मामले की जांच कराकर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.