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आम बजट 2020: 'बिहार को हो सकता है फायदा, बड़े पैमाने पर होगा निवेश'

बिहार का पिछले एक दशक से भी अधिक समय से डबल डिजिट ग्रोथ रेट है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई मौकों पर बिहार के ग्रोथ रेट का जिक्र भी करते रहे हैं और यह भी कहते रहे हैं कि इस तरह का ग्रोथ रेट बना रहे तब भी विकसित राज्यों की श्रेणी में आने में कई साल लग जाएंगे.

बजट 2020
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Published : Jan 25, 2020, 1:10 PM IST

पटना: देश का आम बजट 1 फरवरी को आने वाला है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करेंगी. इस बजट को लेकर बिहार के आर्थिक विशेषज्ञ बेहतर उम्मीद कर रहे हैं. बिहार के अर्थशास्त्री एनके चौधरी की माने, तो बिहार जैसे राज्यों के विकास के बिना देश का विकास संभव ही नहीं है इसलिए बिहार जैसे राज्यों में इन्वेस्टमेंट जरूरी है. कृषि जैसे क्षेत्रों के विकास के लिए केंद्र सरकार आम बजट में कोई बड़ा फैसला ले सकती है.

एनके चौधरी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि देश में आर्थिक सुस्ती है और सरकार भी चाहेगी कि आने वाले सालों में अधिक से अधिक इन्वेस्टमेंट हो. इसका भी भी लाभ बिहार को मिलेगा. अर्थशास्त्री ने कहा कि बिहार में कृषि की अपार संभावना है. कृषि आधारित उद्योगों से बिहार की किस्मत बदली जा सकती है. एनके चौधरी का यह भी कहना है कि पूर्वांचल के विकास के बिना, जिसमें बिहार भी शामिल है. देश का विकास संभव नहीं है.

अर्थशास्त्री एनके चौधरी से खास बातचीत

'बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी'
एनके चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस तर्क में दम है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए क्योंकि हम लोग पहले से कहते रहे हैं कि बिहार जैसे राज्यों के लिए अलग से व्यवस्था करने की जरूरत है.

अर्थशास्त्री एनके चौधरी
अर्थशास्त्री एनके चौधरी

डबल डिजिट ग्रोथ के बाद भी बिहार विकसित नहीं
बिहार का पिछले एक दशक से भी अधिक समय से डबल डिजिट ग्रोथ रेट है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई मौकों पर बिहार के ग्रोथ रेट का जिक्र भी करते रहे हैं और यह भी कहते रहे हैं कि इस तरह का ग्रोथ रेट बना रहे तब भी विकसित राज्यों की श्रेणी में आने में कई साल लग जाएंगे. इसलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जरूरी है, जिससे विकसित राज्यों की श्रेणी में आने में आसानी हो सके. लेकिन विशेष राज्य का दर्जा फिलहाल, मिलने की कोई उम्मीद नहीं है इसलिए अर्थशास्त्री कहते हैं कि बिहार जैसे राज्यों में हैवी इन्वेस्टमेंट का फैसला केंद्र सरकार ले सकती है. ऐसे अब देखना है आम बजट में बिहार के लिए क्या कुछ होता है.

पटना: देश का आम बजट 1 फरवरी को आने वाला है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्त वर्ष 2020-21 का बजट पेश करेंगी. इस बजट को लेकर बिहार के आर्थिक विशेषज्ञ बेहतर उम्मीद कर रहे हैं. बिहार के अर्थशास्त्री एनके चौधरी की माने, तो बिहार जैसे राज्यों के विकास के बिना देश का विकास संभव ही नहीं है इसलिए बिहार जैसे राज्यों में इन्वेस्टमेंट जरूरी है. कृषि जैसे क्षेत्रों के विकास के लिए केंद्र सरकार आम बजट में कोई बड़ा फैसला ले सकती है.

एनके चौधरी ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि देश में आर्थिक सुस्ती है और सरकार भी चाहेगी कि आने वाले सालों में अधिक से अधिक इन्वेस्टमेंट हो. इसका भी भी लाभ बिहार को मिलेगा. अर्थशास्त्री ने कहा कि बिहार में कृषि की अपार संभावना है. कृषि आधारित उद्योगों से बिहार की किस्मत बदली जा सकती है. एनके चौधरी का यह भी कहना है कि पूर्वांचल के विकास के बिना, जिसमें बिहार भी शामिल है. देश का विकास संभव नहीं है.

अर्थशास्त्री एनके चौधरी से खास बातचीत

'बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी'
एनके चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस तर्क में दम है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए क्योंकि हम लोग पहले से कहते रहे हैं कि बिहार जैसे राज्यों के लिए अलग से व्यवस्था करने की जरूरत है.

अर्थशास्त्री एनके चौधरी
अर्थशास्त्री एनके चौधरी

डबल डिजिट ग्रोथ के बाद भी बिहार विकसित नहीं
बिहार का पिछले एक दशक से भी अधिक समय से डबल डिजिट ग्रोथ रेट है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई मौकों पर बिहार के ग्रोथ रेट का जिक्र भी करते रहे हैं और यह भी कहते रहे हैं कि इस तरह का ग्रोथ रेट बना रहे तब भी विकसित राज्यों की श्रेणी में आने में कई साल लग जाएंगे. इसलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जरूरी है, जिससे विकसित राज्यों की श्रेणी में आने में आसानी हो सके. लेकिन विशेष राज्य का दर्जा फिलहाल, मिलने की कोई उम्मीद नहीं है इसलिए अर्थशास्त्री कहते हैं कि बिहार जैसे राज्यों में हैवी इन्वेस्टमेंट का फैसला केंद्र सरकार ले सकती है. ऐसे अब देखना है आम बजट में बिहार के लिए क्या कुछ होता है.

Intro:पटना-- देश का आम बजट आने वाला है और बिहार के भी आर्थिक क्षेत्र के विशेषज्ञ कई तरह की उम्मीद कर रहे हैँ। बिहार के अर्थशास्त्री एनके चौधरी की मानें तो बिहार जैसे राज्यों के विकास के बिना देश का विकास संभव ही नहीं है इसलिए बिहार जैसे राज्यों में इन्वेस्टमेंट जरूरी है और कृषि जैसे क्षेत्रों के विकास के लिए केंद्र सरकार आम बजट में। कोई बड़ा फैसला ले सकती है। एन के चौधरी ने खास बातचीत में कहा कि देश में आर्थिक सुस्ती है और सरकार भी चाहेगी आने वाले सालों में अधिक से अधिक इन्वेस्टमेंट हो उसका भी लाभ विहार को मिलेगा।
अर्थशास्त्री एनके चौधरी से खास बातचीत---


Body:बिहार के विकास के बिना देश का विकास संभव नहीं है---
केंद्र सरकार की ओर से पेश होने वाले आम बजट को लेकर बिहार में भी कई तरह की उम्मीदें अर्थशास्त्री कर रहे हैं। बिहार के जाने-माने अर्थशास्त्री इनके चौधरी ने खास बातचीत में कहा कि देश की सबसे बड़ी समस्या अभी आर्थिक सुस्ती की है और आम बजट में या कोशिश होगी कि निवेश को बढ़ावा दिया जाए और लोगों की आय भी बढ़े। अर्थशास्त्री एनके चौधरी का कहना है बिहार में कृषि की अपार संभावना है और कृषि वेस्ट उद्योग से बिहार की किस्मत बदली जा सकती है। एनके चौधरी का यह भी कहना है कि पूर्वांचल के विकास के बिना जिसमें बिहार भी शामिल है देश का विकास संभव नहीं है।

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना जरूरी ---
एनके चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस तर्क में दम है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए क्योंकि हम लोग पहले से कहते रहे हैं कि बिहार जैसे राज्यों के लिए अलग से व्यवस्था करने की जरूरत है।
एनके चौधरी का यह भी कहना है कि अभी देश आर्थिक सुस्ती के दौर से गुजर रहा है ऐसे में केंद्र सरकार आम बजट में बड़े इन्वेस्टमेंट का फैसला लेगी और उसका भी लाभ विहार को मिलेगा।



Conclusion:डबल डिजिट ग्रोथ के बाद भी बिहार विकसित नहीं--
बिहार का पिछले एक दशक से भी अधिक समय से डबल डिजिट ग्रोथ रेट है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कई मौकों पर बिहार के ग्रोथ रेट का ज़िक्र भी करते रहे हैं और यह भी कहते रहे हैं कि इस तरह का ग्रोथ रेट बना रहे तब भी विकसित राज्यों की श्रेणी में आने में कई साल लग जाएंगे। इसलिए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा जरूरी है जिससे विकसित राज्यों की श्रेणी में आने में आसानी हो सके। लेकिन विशेष राज्य का दर्जा फिलहाल मिलने की कोई उम्मीद नहीं है इसलिए अर्थशास्त्री कहते हैं बिहार जैसे राज्यों में हैवी इन्वेस्टमेंट का फैसला केंद्र सरकार ले सकती है । ऐसे अब देखना है आम बजट में बिहार के लिए क्या कुछ होता है।
अविनाश, पटना।
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