पटना: राज्य में 1 अप्रैल 2016 से पूर्ण शराबबंदी लागू है. जिसका असर होटल व्यवसाय पर देखने को मिल रहा है. होटल व्यवसायियों का कहना है कि होटल के अंदर बार बंद होने से उन्हें भारी नुकसान हो रहा है. इसके अलावा बड़ी-बड़ी कंपनियां जो राज्य में अपने कार्यक्रम करने आती थीं, वे अब यहां आने से कतराती हैं.
होटल व्यवसाय में नुकसान
राज्य में पूर्ण शराबबंदी के बाद होटल्स में चलनेवाले बार को पूर्ण रूप से बंद कर दिया गया. जिससे शराब के शौकीन धीरे-धीरे बिहार आने से कतराने लगे. बिहार में पूर्ण शराबबंदी के लगभग 4 साल होने जा रहा है. ऐसे में होटल व्यवसाय को लेकर होटल में काम करने वाले कर्मियों का कहना हैं कि शराबबंदी के बाद से उन्हें सबसे ज्यादा नुकसान सहना पड़ रहा है.
होटल मेंटेनेंस में कर रहे कॉस्ट कटिंग
गौरतलब है कि सरकार ये दावा करती है कि पूर्ण शराबबंदी होने के बाद भी बिहार में पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी है. लेकिन होटल मालिक ऐसा नहीं मानते हैं. वे कहते हैं कि उन्हें घाटा हो रहा है, जिसके कारण उन्होंने होटल मेंटेनेंस में कॉस्ट कटिंग करना शुरू कर दिया है.