पटना: कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के एक अन्ने मार्ग स्थित सरकारी आवास में 6 बेड का एक अस्थाई अस्पताल बनने जा रहा है. खास बात यह है कि यह अस्थाई अस्पताल वेंटीलेटर युक्त है. अस्पताल में पीएमसीएच के डॉक्टरों की टीम मौजूद रहेगी.
पटना मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. विमल कारक ने इस संबंध में एक निर्देश जारी किया है और बताया है कि स्वास्थ्य विभाग के अपर सचिव के निर्देश को देखते हुए कोरोना वायरस से उत्पन्न संक्रमण की रोकथाम और इसके निरोधात्मक उपाय को लेकर वेंटिलेटर युक्त अस्पताल के संचालन किया जा रहा है. इसके लिए पीएमसीएच की नर्सों और चिकित्सकों को मुख्यमंत्री आवास में प्रतिनियुक्त किया जाता है.
तीन शिफ्टों में सेवा देंगे डॉक्टर
मुख्यमंत्री आवास पर बन रहे अस्थाई अस्पताल के लिए पीएमसीएच की ओर से 3 टीम गठित किया गया है, जो तीन शिफ्ट में मौजूद रहेंगे. तीनों शिफ्ट में 2 डॉक्टर और एक नर्स मौजूद रहेंगे. पीएमसीएच की ओर से सीएम हाउस के लिए 6 डॉक्टर और 3 नर्सों को प्रतिनियुक्त किया गया है. तीनों शिफ्ट में एक मेडिसिन विभाग के डॉक्टर एक एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टर और एक नर्स मौजूद रहेंगे.
तीन टीमों में डॉक्टर और नर्स
- पीएमसीएच अधीक्षक ने पहली टीम में डॉ. आरडी सिंह, डॉ. राकेश कुमार और ए ग्रेड नर्स सोनी को तैनात किया गया है.
- दूसरी टीम में डॉ. राजन कुमार, डॉ. विशाल वैभव और ए ग्रेड नर्स सोनम को प्रतिनियुक्त किया गया है.
- जबकि तीसरी टीम में डॉ. पंकज हंस, डॉ. अरुण कुमार शर्मा और ए ग्रेड नर्स सुनील कुमार की तैनाती की गई है.
- गौरतलब हो कि सीएम नीतीश कुमार की भतीजी कोरोना पॉजिटिव पाई गई हैं. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने ये कदम उठाया है.
तेजस्वी का सीएम नीतीश पर निशाना
सीएम आवास को कोविड अस्पताल बनाए जाने के बाद आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा है. तेजस्वी ने कहा- 'मुख्यमंत्री की मात्र 2 घंटे में कोरोना जांच हो जाती है और रिपोर्ट भी आ जाती है. उनकी भतीजी को कोरोना होने पर घर में ही वेंटिलेटर युक्त अस्पताल बना 6 डॉक्टर, 2 नर्स और स्वास्थ्यकर्मियों की फौज लगा दी जाती है. चार महीने बाद भी आम आदमी के लिए ये सुविधा क्यों नहीं?'