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मनोज बाजपेयी का पटना में सम्मान, कहा- कालिदास रंगालय को सांस्कृतिक गतिविधि का केंद्र बनाएं सरकार

पटना के बिहार आर्ट थियेटर (कालिदास रंगालय) में पद्मश्री अभिनेता मनोज बाजपेयी के सम्मान में समारोह का आयोजन किया गया. अभिनेता के आने से महीनों बाद थियेटर गुलजार हुआ. इस दौरान मनोज बाजपयी ने बिहार सरकार से कालिदास रंगालय को पूरे बिहार का सांस्कृतिक गतिविधि का केंद्र बनाने की अपील की.

Manoj Bajpayee in patna
Manoj Bajpayee in patna
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Published : Jun 22, 2021, 9:46 PM IST

पटना: राजधानी पटना के गांधी मैदान स्थित बिहार आर्ट थियेटर (कालिदास रंगालय) द्वारा अभिनेता मनोज बाजपेयी के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें 'पद्मश्री' मनोज बाजपेयी अपनी पत्नी और एक्ट्रेस शबाना रजा उर्फ नेहा और बेटी अवा नायला के साथ पहुंचे.

यह भी पढ़ें- बिहार स्थापना दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक नाटक 'योगानंद' का किया गया मंचन

मनोज बाजपेयी का सम्मान समारोह
कालिदास रंगालय में वरिष्ठ रंगकर्मी द्वारा मनोज बाजपेयी को सम्मानित किया गया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. मंच से उन्होंने लोगों से पर्यावरण को बचाने की अपील की.

Manoj Bajpayee in patna
पत्नी और बेटी के साथ मनोज बाजपेयी

'रंगमंच से हमें काफी कुछ सीखने को मिलता है इसलिए आज तक रंगमंच से साथ कभी छूटा नहीं. आज पटना के कालिदास रंगालय से जुड़े हैं और हमेशा जुड़े रहगें. बिहार में रंगमंच और सांस्कृतिक गतिविधियों का एक बड़ा केंद्र हो इसके लिए कई वर्षों से लगातार हम प्रयास कर रहे हैं. बिहार सरकार से मैं अपील करूंगा कि इस रंगमंच को बिहार के सांस्कृतिक गतिविधि का केंद्र बनाया जाए.'- मनोज बाजपेयी, अभिनेता

देखें वीडियो

'हारना नहीं सिखाता रंगमंच'
मनोज बाजपेयी ने कहा कि रंगमंच सारी सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र ही नहीं, बल्कि उसकी शुरुआत भी है. लेकिन इसके बावजूद रंगमंच को सही न्याय और सम्मान नहीं मिलता है, तब बहुत दुख होता है.

'रंगमंच इंसान पर करता है काम'
इस दौरान मनोज बाजपेयी ने कहा कि दुनिया में कोई ऐसा माध्यम नहीं जो इंसान पर काम करता हो, लेकिन रंगमंच वह काम करता है. इस दौरान उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने बच्चों को रंगमंच दिखाना चाहिए. भविष्य में इसका फायदा देखने को मिलेगा.

Manoj Bajpayee in patna
मंच से बोलते हुए अभिनेता मनोज बाजपेयी की तस्वीर

सरकार से अपील
वहीं मनोज बाजपेयी ने बिहार सरकार से निवेदन किया कि कालिदास रंगालय को पूरे बिहार का सबसे बड़ा सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनाया जाए. साथ ही इसका संरक्षण भी किया जाए.

वहीं उन्होंने पटना के लोगों से अपील की है कि कोरोना काल खत्म होने के बाद जब आपका मन कहीं घूमने का करे तो अपने बच्चों के साथ रंगमंच देखने जरूर जाएं. क्योंकि यदि आप मॉल में जाएंगे तो पैसे खर्च होंगे और यदि रंगमंच देखेंगे तो आपके बच्चे जीवन में बहुत पैसा बचाएंगे, यह रंगमंच की ताकत है.

Manoj Bajpayee in patna
कालिदास रंगालय में मनोज बाजपेयी का सम्मान

'व्यस्तता के कारण नहीं आ पाता'
मनोज बाजपेयी ने कहा कि एक बार फिर से रंगमंच पर आने के लिए मैं भगवान को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं. व्यस्तता काफी अधिक बढ़ जाने के कारण समय कम मिलता था, इसलिए यहां नहीं आ पाया.

पत्नी और बेटी भी कार्यक्रम में हुए शामिल
इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही कि मनोज बाजपेयी की पत्नी और उनकी बेटी पहली बार किसी कार्यक्रम में आए हैं. वहीं उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी ने बताया कि इससे सुंदर जगह उन्होंने दुनिया में कहीं नहीं देखी.

'मैं चाहूंगा मेरी बेटी रंगमंच से जुड़े'
अभिनेता मनोज बाजपेयी ने इस दौरान कहा कि मुझे आज काफी खुशी है कि मेरी बेटी ने रंगमंच को देखा. मेरी इच्छा है कि अवा भी अपने जीवन की शुरुआत रंगमंच से करे. हालांकि वह स्वतंत्र है अपनी राह खुद चुनेगी. लेकिन उसने मेरी बात मानी तो मैं चाहूंगा कि वह रंगमंच, थिएटर करें.

इस दौरान मनोज बाजपेयी ने लोगों को कई बार अपने अनोखे अंदाज से हंसाया भी. उन्होंने अपनी सुप्रसिद्ध फिल्म 'राजनीति' का फेमस डायलॉग भी बोला. जिसके बाद पूरा थियेटर तालियों से गूंज उठा.

पटना: राजधानी पटना के गांधी मैदान स्थित बिहार आर्ट थियेटर (कालिदास रंगालय) द्वारा अभिनेता मनोज बाजपेयी के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. जिसमें 'पद्मश्री' मनोज बाजपेयी अपनी पत्नी और एक्ट्रेस शबाना रजा उर्फ नेहा और बेटी अवा नायला के साथ पहुंचे.

यह भी पढ़ें- बिहार स्थापना दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक नाटक 'योगानंद' का किया गया मंचन

मनोज बाजपेयी का सम्मान समारोह
कालिदास रंगालय में वरिष्ठ रंगकर्मी द्वारा मनोज बाजपेयी को सम्मानित किया गया. इस दौरान उन्होंने कई मुद्दों पर अपनी राय रखी. मंच से उन्होंने लोगों से पर्यावरण को बचाने की अपील की.

Manoj Bajpayee in patna
पत्नी और बेटी के साथ मनोज बाजपेयी

'रंगमंच से हमें काफी कुछ सीखने को मिलता है इसलिए आज तक रंगमंच से साथ कभी छूटा नहीं. आज पटना के कालिदास रंगालय से जुड़े हैं और हमेशा जुड़े रहगें. बिहार में रंगमंच और सांस्कृतिक गतिविधियों का एक बड़ा केंद्र हो इसके लिए कई वर्षों से लगातार हम प्रयास कर रहे हैं. बिहार सरकार से मैं अपील करूंगा कि इस रंगमंच को बिहार के सांस्कृतिक गतिविधि का केंद्र बनाया जाए.'- मनोज बाजपेयी, अभिनेता

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'हारना नहीं सिखाता रंगमंच'
मनोज बाजपेयी ने कहा कि रंगमंच सारी सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र ही नहीं, बल्कि उसकी शुरुआत भी है. लेकिन इसके बावजूद रंगमंच को सही न्याय और सम्मान नहीं मिलता है, तब बहुत दुख होता है.

'रंगमंच इंसान पर करता है काम'
इस दौरान मनोज बाजपेयी ने कहा कि दुनिया में कोई ऐसा माध्यम नहीं जो इंसान पर काम करता हो, लेकिन रंगमंच वह काम करता है. इस दौरान उन्होंने कहा कि हर किसी को अपने बच्चों को रंगमंच दिखाना चाहिए. भविष्य में इसका फायदा देखने को मिलेगा.

Manoj Bajpayee in patna
मंच से बोलते हुए अभिनेता मनोज बाजपेयी की तस्वीर

सरकार से अपील
वहीं मनोज बाजपेयी ने बिहार सरकार से निवेदन किया कि कालिदास रंगालय को पूरे बिहार का सबसे बड़ा सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनाया जाए. साथ ही इसका संरक्षण भी किया जाए.

वहीं उन्होंने पटना के लोगों से अपील की है कि कोरोना काल खत्म होने के बाद जब आपका मन कहीं घूमने का करे तो अपने बच्चों के साथ रंगमंच देखने जरूर जाएं. क्योंकि यदि आप मॉल में जाएंगे तो पैसे खर्च होंगे और यदि रंगमंच देखेंगे तो आपके बच्चे जीवन में बहुत पैसा बचाएंगे, यह रंगमंच की ताकत है.

Manoj Bajpayee in patna
कालिदास रंगालय में मनोज बाजपेयी का सम्मान

'व्यस्तता के कारण नहीं आ पाता'
मनोज बाजपेयी ने कहा कि एक बार फिर से रंगमंच पर आने के लिए मैं भगवान को तहे दिल से धन्यवाद देता हूं. व्यस्तता काफी अधिक बढ़ जाने के कारण समय कम मिलता था, इसलिए यहां नहीं आ पाया.

पत्नी और बेटी भी कार्यक्रम में हुए शामिल
इस कार्यक्रम की सबसे खास बात यह रही कि मनोज बाजपेयी की पत्नी और उनकी बेटी पहली बार किसी कार्यक्रम में आए हैं. वहीं उन्होंने कहा कि उनकी पत्नी ने बताया कि इससे सुंदर जगह उन्होंने दुनिया में कहीं नहीं देखी.

'मैं चाहूंगा मेरी बेटी रंगमंच से जुड़े'
अभिनेता मनोज बाजपेयी ने इस दौरान कहा कि मुझे आज काफी खुशी है कि मेरी बेटी ने रंगमंच को देखा. मेरी इच्छा है कि अवा भी अपने जीवन की शुरुआत रंगमंच से करे. हालांकि वह स्वतंत्र है अपनी राह खुद चुनेगी. लेकिन उसने मेरी बात मानी तो मैं चाहूंगा कि वह रंगमंच, थिएटर करें.

इस दौरान मनोज बाजपेयी ने लोगों को कई बार अपने अनोखे अंदाज से हंसाया भी. उन्होंने अपनी सुप्रसिद्ध फिल्म 'राजनीति' का फेमस डायलॉग भी बोला. जिसके बाद पूरा थियेटर तालियों से गूंज उठा.

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