पटना: कोटा से ट्रेन से पहुंचे छात्रों को बाढ़ भेजा गया. वहीं, कई विद्यार्थी केरल से दरभंगा पहुंचे थे उन्हें भी बाढ़ भेजा गया. सभी की स्क्रीनिंग की गई. उसके बाद सभी को होम क्वारंटीन किया गया है. इस दौरान सब से शपथ पत्र भी भरवाया गया. अभिभावकों को समझाया गया कि इसका उल्लंघन करने पर एफआईआर दर्ज की जाएगी.
ट्रेन से उतरने के बाद सबको बस से अपने-अपने इलाके में भेजा गया. उसी तरह छात्रों को बाढ़ भेजा गया. यहां बच्चों के अभिभावक बाढ़ के ट्रेनिंग स्कूल में इंतजार करते नजर आए. बस से उताराकर सबको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए लाइन में खड़ा किया गया. उसके बाद सभी को वार्ड के राणाबीघा अस्पताल के डॉक्टर मदन पासवान ने सभी की स्क्रिनिंग की और शपथ पत्र भरवाया गया.
'सरकार ने की थी बेहतर व्यवस्था'
विद्यार्थियों से बातचीत में बताया कि हमें कोई भी भाड़ा नहीं देना पड़ा. ट्रेन पर चढ़ने के बाद खाने के पैकेट दिए गए. उसके बाद फिर मुगलसराय में खाने का पैकेट दिया गया. वहीं, दानापुर में उतरने के बाद यहां भी सरकार की ओर से बेहतर व्यवस्था की गई थी.