पटना : केंद्र सरकार की ओर से हिट एंड रन कानून लाए जाने के बाद उसका जबरदस्त विरोध हुआ और पूरे देश में ट्रांसपोर्टरों ने चक्का जाम कर दिया. जदयू कोटा के मद्य निषेध एवं उत्पाद मंत्री सुनील कुमार ने कहा मेरा पुलिस का बैकग्राउंड है और मेरा जो अनुभव रहा है, इस तरह के कानून के इंप्लीमेंट का जो प्रभाव होता है, वह नकारात्मक होगा. केंद्र सरकार की तरफ से जो कानून लाया गया, ट्रांसपोर्टर हो, चाहे आम लोग उन्हें बहुत दिक्कत होने वाली थी.
"इस कानून के तहत 10 साल की सजा और 7 लाख रुपये जुर्माना का प्रावधान है, जो बहुत ज्यादा है. इसलिए इसका विरोध भी होने लगा. जब चक्का जाम होने लगा. सामान की कीमतें बढ़ने लगी तो, केंद्र सरकार को कानून वापस भी लेना पड़ा. यही तो प्रजातंत्र की ताकत है" - सुनील कुमार, मंत्री, मद्य निषेध एवं उत्पाद
गलत कानून का विरोध लाजिमी : सुनील कुमार ने कहा कि यही तो प्रजातंत्र और जनतंत्र की ताकत है. यदि गलत कानून सरकार लाएगी तो उसका विरोध लोग करेंगे और उसे हटाने के लिए सरकार मजबूर होगी. हिट एंड रन कानून लाए जाने के बाद जिस प्रकार से विरोध हुआ. पूरे देश में ट्रांसपोर्टरों ने चक्का जाम कर दिया और बवाल शुरू हो गया.
विरोध के कारण बढ़ रही थी कीमत : मंत्री ने कहा कि पेट्रोल डीजल के साथ खाद्य पदार्थ और अन्य सामानों की की कीमतें भी बढ़ने लगी और उसके बाद ही देर रात इस कानून को वापस लेने का फैसला सरकार की तरफ से लिया गया है. जदयू के मंत्री भी इस कानून को सही नहीं बता रहे हैं. चक्का जाम वापस लेने के कारण लोगों ने भी अब राहत की सांस ली है.
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