पटना: बिहार में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव के बीच स्वास्थ्य सेवा और अस्पतालों की लचर व्यवस्था के मामलें पर हाईकोर्ट में सुनवाई की जाएगी. दिनेश कुमार सिंह की जनहित याचिका पर चीफ जस्टिस संजय करोल की खंडपीठ सुनवाई करेगी.
मांगी गयी थी विस्तृत रिपोर्ट
पिछली सुनवाई में कोर्ट ने राज्य सरकार से कोरोना संकट से निबटने, कोरोना मरीजों के जांच और ईलाज की व्यवस्था का पूरा ब्यौरा मांगा था. हाइकोर्ट ने जिलास्तरीय कोरोना अस्पतालों की जानकारी, वहां कार्यरत डॉक्टरों, नर्स और मेडिकलकर्मियों का विस्तृत जानकारी देने का भी निर्देश दिया था.
आंकड़ा 68 हजार के पार
बता दें कि स्वास्थ्य विभाग ने बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के 3,776 नए मामलों की पुष्टि की है. इसके साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 68,148 हो गया है. जबकि इस बीमारी से अब तक 397 लोगों ने अपनी जानें गंवाई हैं. वहीं, राज्य सरकार की ओर से प्रखंड लेवल तक कोरोना जांच की प्रक्रिया शुरू की गई है.
7,99,332 सैंपल्स की जांच
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि बीते 24 घंटे में कुल 60,254 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है. इस तरह अब तक कुल 7,99,332 सैंपल्स की जांच हो चुकी है. पिछले 24 घंटे में 1450 लोग स्वस्थ हुए हैं, अब तक कुल 43,820 लोग ठीक होकर अपने घरों को लौट गए हैं. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 23,939 है. जबकि कोरोना मरीजों का रिकवरी रेट 64.30 फीसदी है.
अनलॉक-3.0 के बीच लॉकडाउन लागू
इसके अलावे कोरोना संक्रमण के कारण सरकार की ओर से बिहार में लॉकडाउन 16 अगस्त तक के लिए लागू किया गया है. हालांकि अनलॉक-3.0 भी लागू है. लेकिन इस दौरान लॉकडाउन का भी सख्ती से पालन किया जाएगा. लॉकडाउन में सिर्फ इमरजेंसी सेवा को ही बहाल रखा गया है. रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू जारी है. वहीं, इस लॉकडाउन में निर्माण कार्य वाले क्षेत्रों को छूट मिली है. मालवाहक वाहनों को भी लॉकडाउन में पूरी तरह छूट है. वहीं, फ्लाइट और ट्रेनें भी चल रही हैं. जबकि बस का परिचालन बंद कर दिया गया है. ऑटो और टैक्सी चल रहे हैं.