नालंदा: बिहार चिकित्सा और जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के निर्णय के अनुसार शनिवार को बिहार चिकित्सा और जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा नालंदा और संघ की संघर्ष समितियों ने सदर अस्पताल परिसर में धरना दिया. घरना के बाद एक मांग पत्र सिविल सर्जन नालंदा के माध्यम से प्रधान सचिव, स्वास्थ्य विभाग और कार्यपालक निदेशक को सौंपा गया.
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प्रदर्शनकारियों कि मांगे
- सर्वोच्च न्यायालय और भारत सरकार के निर्देश के आलोक में सभी स्वास्थ्य कर्मियों के बकाया, चालू वेतन, मानदेय, प्रोत्साहन राशि, मजदूरी का भुगतान करने के लिए पर्याप्त आवंटन भेजा जाए.
- हड़ताल के दौरान आशा, ममता, वैक्सिन कुरियर, संविदा प्रयोगशाला प्रावैघिकी, राज्य स्वास्थ्य समिति के संविदागत कर्मी के साथ किए गए समझौते और दिए गए आश्वासन का कार्यान्वयन किया जाए.
- आशा कार्यकर्ताओं को भारत सरकार के आदेशानुसार एक हजार रुपये के बदले 2 हजार रुपये प्रोत्साहन राशि का भुगतान किया जाए.
- वैक्सिन कुरियर और ममता को प्रोत्साहन राशि के रूप में जीने लायक न्यूनतम मजदूरी का भुगतान किया जाए.
- वैक्सिन कुरियर सहित सभी आउटसोर्सिंग कर्मियों को दुर्घटना में मृत्यु होने पर 4 लाख रुपये का अनुदान देना सुनिश्चित किया जाए और लंबित मांगों का समाधान किया जाए.
एएनएम महिला कर्मियों ने लगाई सरकार से गुहार
प्रदर्शन में उपस्थिति एएनएम महिला कर्मियों ने कहा कि हम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अनुरोध करते हैं कि हम लोगों ने कोरोना महामारी में भी जान हथेली पर रखकर आम जनता कि सेवा की है. साथ ही आवंटित कार्यो का ससमय से निष्पादन किया है, लेकिन हमें पिछले आठ महीनों से वेतन का भुगतान नहीं हुआ है. इसलिए जल्द से जल्द हमारे वेतन का भुगतान किया जाए.
कई लोग रहे मौजूद
इस मौके पर संघ के जिला मंत्री संजय कुमार, जिला अध्यक्ष वृजनंदन प्रसाद, अरविंद कुमार, राजेश कुमार सिंह, नदीम मीना कुमारी, प्रेमलता कुमारी, सहित कई सदस्यों मौजूद रहे.