पटना: बिहार में प्रतिदिन 30100 लोगों को टीका लगाने का दावा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने किया था. अब तक राज्य भर के 301 टीकाकरण केंद्रों में 2 दिनों तक टीकाकरण अभियान चला. लेकिन लक्ष्य का मात्र 50 फीसदी ही टीकाकरण हो पा रहा है. जिसके बाद स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे का दावा फेल होता दिख रहा है.
40,000 स्वास्थ्यकर्मियों ने लिया था प्रशिक्षण
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा पिछले तकरीबन 3 महीने से टीकाकरण को लेकर लगातार तैयारियों का दावा किया जाता रहा. मंगल पांडे ने ही बताया था कि टीकाकरण कार्यक्रम के लिए अतिरिक्त 40,000 स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण दिया गया है. लेकिन टीकाकरण के आंकड़ों को देखते हुए सरकार के ऊपर और खास तौर पर स्वास्थ्य महकमे की तैयारी पर सवालिया निशान खड़ा हो रहा है.
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18472 लोगों ने लिया टीका
16 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीकाकरण की शुरुआत की थी. बिहार में 18472 लोगों ने ही टीका लिया. वहीं दूसरे दिन यानी सोमवार को 30100 की जगह मात्र 14745 लोगों ने ही टीका लिया. राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा मिली जानकारी के अनुसार अब टीका केंद्रों की संख्या भी घटकर 298 हो गई है. पहले दिन 60 फीसदी और दूसरे दिन तकरीबन 51 फीसदी टीकाकरण हुआ.
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नेता एवं अधिकारी लें सबसे पहले टीका
केंद्र सरकार द्वारा बिहार में जून महीने तक 2 करोड़ 10 लाख लोगों को टीका देने का लक्ष्य रखा है. इधर टीका लेने के लिए कई लोग पहुंच ही नहीं रहे हैं. टीकाकरण के आंकड़ों को देखते हुए अब विपक्षी दल भी एक बार फिर से सरकार को कठघरे में खड़ा करना शुरू कर चुका है. कांग्रेस अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि जनता के बीच विश्वास बढ़ाने के लिए टीकाकरण अभियान में जुड़े तमाम नेताओं और अधिकारियों को सबसे पहले टीकाकरण कराना चाहिए.