पटना: हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के राष्ट्रीय प्रवक्ता दानिश रिजवान (HAM Spokesperson Danish Rizwan) ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुढ़नी विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी जो चाहे वो कर ले लेकिन महागठबंधन की जीत होगी. गोपालगंज में जो चुनाव परिणाम आए हैं, उससे स्पष्ट हो गया है कि एआईएमआईएम और भारतीय जनता पार्टी का गठजोड़ बिहार में मौजूदा दौर में चल रहा है. हम पहले से ही कहते रहे थे, ओवैसी भारतीय जनता पार्टी को अंदर ही अंदर साथ देते हैं और इस बार जो उप चुनाव हुआ, उसमें सबकुछ साफ हो गया है. राज्य की जनता भी देख चुकी है और अन्य सभी दल भी समझ गए हैं कि किस तरह से ओवैसी भारतीय जनता पार्टी का साथ दे रहे हैं.
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हम प्रवक्ता ने बीजेपी पर साधा निशाना : हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि कुढ़नी में जो विधानसभा का उपचुनाव हो रहा है, उसमें एआईएमआईएम या भारतीय जनता पार्टी का कुछ नहीं चलने वाला है. कुढ़नी विधानसभा के उपचुनाव में खुद ओवैसी भी आकर चुनाव लड़ लेंगे तो वहां कोई फर्क नहीं पड़ता है. वहां पर महागठबंधन के उम्मीदवार की ही जीत होगी. आगे कहा कि राज्य की जनता, 7 पार्टी का जो महागठबंधन बिहार में बना है, उसको लेकर काफी उत्साहित है. और यही कारण है कि पिछले दिनों जो 2 सीटों पर उपचुनाव हुआ, वहां पर राज्य की जनता ने जमकर महागठबंधन के उम्मीदवार के पक्ष में वोटिंग किया. रही, गोपालगंज की बात तो कहीं ना कहीं ओवैसी की पार्टी ने गोपालगंज में भारतीय जनता पार्टी को साथ देने का काम किया है.
'ओवैसी की पार्टी ने गोपालगंज में भारतीय जनता पार्टी को साथ देने का काम किया है. वहां पर एक डमी कैंडिडेट को ओवैसी ने खड़ा किया. अल्पसंख्यकों का वोट लूटा है. अब अल्पसंख्यक समाज के लोग भी समझ गए हैं कि ओवैसी, भारतीय जनता पार्टी का किस तरह से बिहार सहित कई राज्यों में साथ दे रहे हैं. अल्पसंख्यक समाज ने मन बना लिया है कि कुढ़नी विधानसभा में जो उपचुनाव होगा. उसमें कभी भी ओवैसी को वोट देने की भूल नहीं करेंगे. बिहार में पहली बार ओवैसी और भारतीय जनता पार्टी का गठबंधन उजागर हुआ है.' - दानिश रिजवान, राष्ट्रीय प्रवक्ता, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा
दानिश रिजवान ने AIMIM चीफ ओवैसी पर साधा निशाना : हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा कि गोपालगंज में ओवैसी के कारण ही भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार की जीत हुई है. लेकिन अल्पसंख्यक समाज के लोग समझ गए हैं और इस बार जो कुढ़नी विधानसभा में उपचुनाव होगा उसमें अल्पसंख्यक समाज के लोग महागठबंधन के प्रत्याशी को वोट करेंगे. खुद एआईएमआईएम प्रमुख ओवैसी (AIMIM Chief Assaduddin Owaisi) भी चुनाव प्रचार में आ जाए या प्रत्याशी बनकर आए, कोई फर्क नहीं पड़ता है. इस बार महागठबंधन के उम्मीदवार की ही जीत होगी. क्योंकि वहां की जनता पूरी तरह से महागठबंधन के साथ है और महागठबंधन किसी भी पार्टी का उम्मीदवार वहां खड़ा करेगा तो उसकी ही जीत होगी. भारतीय जनता पार्टी मुगालते में नहीं रहे की ओवैसी की पार्टी उन्हें कुढ़नी उपचुनाव में मदद कर पाएगी.