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'दिल्ली में छठ पूजा पर रोक बिहारियों का अपमान, फैसला वापस ले केजरीवाल सरकार' - corona pandemic

हम प्रवक्ता विजय यादव (HAM Spokesperson Vijay Yadav) ने दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) की ओर से छठ पूजा (Chhath Pooja) पर रोक के फैसले को गलत बताया है. उन्होंने दिल्ली सरकार पर हमला करते हुए कहा कि मेट्रो रेल चल सकती है, मॉल खुल सकते हैं, सिनेमा हॉल खुल सकते हैं तो सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा के आयोजनों से सरकार को क्या दिक्कत है.

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Published : Sep 30, 2021, 11:04 PM IST

पटना: दिल्ली में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा (Chhath Pooja) पर रोक के फैसले को लेकर बिहार में विरोध शुरू हो गया है. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) ने इसके लिए केजरीवाल सरकार की निंदा की है. प्रवक्ता विजय यादव (HAM Spokesperson Vijay Yadav) ने कहा कि यह बिहारियों का अपमान है. हम लोग चुप नहीं बैठेंगे.

ये भी पढ़ें: महापर्व छठ को लेकर दिल्ली सरकार के फैसले पर बिहार में घमासान, सब पूछ रहे- इसमें दिक्कत क्या है?

हम प्रवक्ता विजय यादव ने कहा कि दिल्ली में अब स्कूल-कॉलेज और सभी मार्केट खोल दिए गए हैं. चारों तरफ भीड़भाड़ की स्थिति बनी रहती है, लेकिन छठ जैसे पवित्र पर्व को लेकर सरकार रोक लगा रही है जोकि सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि छठ बिहारियों का प्रमुख पर्व है और विदेशों में जो बिहारी हैं, वो भी बहुत श्रद्धा से इसे करते हैं. जब विदेशों में भी इस तरह की कोई रोक नहीं है तो फिर दिल्ली सरकार ने क्यों ऐसा फैसला लिया है.

विजय यादव का बयान

विजय यादव ने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की सरकार बिहारियों के वोट से बनी है. जो फैसला दिल्ली सरकार ने किया है, उसका हरेक बिहारी विरोध करेगा और केजरीवाल सरकार रसातल में चली जाएगी.

ये भी पढ़ें: तारकिशोर प्रसाद ने तेजस्वी को बताया 'मुंगेरीलाल', पूर्व CM मांझी को भी दी ये नसीहत

हम प्रवक्ता ने कहा कि वैसे भी बिहारी मान्यता है कि इस पर्व को लेकर किसी भी तरह की बात करना भी बिहारियों का अपमान है और केजरीवाल सरकार ने जो अपमान किया है, इसका खामियाजा उन्हें भुगतान पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हम तो मानते हैं कि इस तरह का फरमान ठीक नहीं है. इससे दिल्ली में रह रहे बिहारियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचेगी. लिहाजा केजरीवाल सरकार को ये फैसला वापस लेना होगा.

दरअसल, कोरोना महामारी के मद्देनजर राजधानी में यमुना घाट समेत किसी भी सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जाएगा. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने दिल्ली सरकार की ओर से छठ पूजा के आयोजन के लिए भेजे गए प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. डीडीएमए द्वारा जारी आदेश में साफ कहा गया है कि दिल्ली में किसी भी नदी, तालाब किनारे, मंदिर या अन्य जगहों पर जो घाट बनाएं गए हैं, वहां इस बार भी यह पर्व मनाने को इजाजत नहीं होगी, जो लोग छठ पर्व मानते हैं वे घरों में ही मनाएं. डीडीएमए ने कहा कि कोविड-19 के मौजूदा हालात को देखते हुए यह फैसला लिया है.

आपको बताएं कि नहाए खाए के साथ शुरु होने वाला छठ पूजा का पहला दिन 8 नवंबर, 2021 को है. छठ का दूसरा दिन खरना 9 नवंबर को है. छठ का तीसरा दिन छठ पूजा या संध्या अर्घ्य 10 नवंबर 2021, दिन बुधवार को है. षष्ठी तिथि 9 नवंबर 2021 को शुरु होकर 10 नवंबर को 8:25 पर समाप्त होगा.

पटना: दिल्ली में लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा (Chhath Pooja) पर रोक के फैसले को लेकर बिहार में विरोध शुरू हो गया है. हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) ने इसके लिए केजरीवाल सरकार की निंदा की है. प्रवक्ता विजय यादव (HAM Spokesperson Vijay Yadav) ने कहा कि यह बिहारियों का अपमान है. हम लोग चुप नहीं बैठेंगे.

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हम प्रवक्ता विजय यादव ने कहा कि दिल्ली में अब स्कूल-कॉलेज और सभी मार्केट खोल दिए गए हैं. चारों तरफ भीड़भाड़ की स्थिति बनी रहती है, लेकिन छठ जैसे पवित्र पर्व को लेकर सरकार रोक लगा रही है जोकि सरासर गलत है. उन्होंने कहा कि छठ बिहारियों का प्रमुख पर्व है और विदेशों में जो बिहारी हैं, वो भी बहुत श्रद्धा से इसे करते हैं. जब विदेशों में भी इस तरह की कोई रोक नहीं है तो फिर दिल्ली सरकार ने क्यों ऐसा फैसला लिया है.

विजय यादव का बयान

विजय यादव ने कहा कि दिल्ली में अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) की सरकार बिहारियों के वोट से बनी है. जो फैसला दिल्ली सरकार ने किया है, उसका हरेक बिहारी विरोध करेगा और केजरीवाल सरकार रसातल में चली जाएगी.

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हम प्रवक्ता ने कहा कि वैसे भी बिहारी मान्यता है कि इस पर्व को लेकर किसी भी तरह की बात करना भी बिहारियों का अपमान है और केजरीवाल सरकार ने जो अपमान किया है, इसका खामियाजा उन्हें भुगतान पड़ेगा. उन्होंने कहा कि हम तो मानते हैं कि इस तरह का फरमान ठीक नहीं है. इससे दिल्ली में रह रहे बिहारियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचेगी. लिहाजा केजरीवाल सरकार को ये फैसला वापस लेना होगा.

दरअसल, कोरोना महामारी के मद्देनजर राजधानी में यमुना घाट समेत किसी भी सार्वजनिक स्थलों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जाएगा. दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने दिल्ली सरकार की ओर से छठ पूजा के आयोजन के लिए भेजे गए प्रस्ताव को खारिज कर दिया है. डीडीएमए द्वारा जारी आदेश में साफ कहा गया है कि दिल्ली में किसी भी नदी, तालाब किनारे, मंदिर या अन्य जगहों पर जो घाट बनाएं गए हैं, वहां इस बार भी यह पर्व मनाने को इजाजत नहीं होगी, जो लोग छठ पर्व मानते हैं वे घरों में ही मनाएं. डीडीएमए ने कहा कि कोविड-19 के मौजूदा हालात को देखते हुए यह फैसला लिया है.

आपको बताएं कि नहाए खाए के साथ शुरु होने वाला छठ पूजा का पहला दिन 8 नवंबर, 2021 को है. छठ का दूसरा दिन खरना 9 नवंबर को है. छठ का तीसरा दिन छठ पूजा या संध्या अर्घ्य 10 नवंबर 2021, दिन बुधवार को है. षष्ठी तिथि 9 नवंबर 2021 को शुरु होकर 10 नवंबर को 8:25 पर समाप्त होगा.

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