पटना: देश में लॉकडाउन चार का आज यानी रविवार अंतिम दिन है. सोमवार से लॉकडाउन का पांचवा चरण लागू हो जाएगा. इसको लेकर गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है. वहीं, बिहार में इस नए गाइडलाइन को एज इट इज लागू किया जाएगा. इसकी जानकारी सूचना एवं जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार ने दी है. उन्होंने कहा कि भारत सरकार से जो भी लॉकडाउन 5 के लिए गाइडलाइन जारी की गई है, उसमें बिहार के लिए किसी प्रकार का संशोधन नहीं किया जाएगा.
अनुपम कुमार ने बताया कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए सीएम नीतीश कुमार लगातार बैठक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने दो महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं. जिसमें भारत सरकार की ओर लागू लॉकडाउन 5 को बिहार में बिना छेड़छाड़ के अपनाया जाएगा. वहीं, दूसरा प्रदेश में 15 जून तक ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटरों को बंद कर दिया जाएगा.
15 जून से ब्लॉक क्वॉरेंटाइन होंगे समाप्त
सूचना सचिव ने कहा कि अधिकांश इच्छुक लोग बिहार आ चुके हैं. बहुत कम लोग प्रदेश आने के लिए बचे हैं. जो अगले एक से दो दिन के अंदर आ जायेंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने एक केटेगरी का शहर जो डिफाइन किया. उन शहरों से आनेवाले प्रवासियों को दो सप्ताह के लिए ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में आवासित कराया गया है. जिसका दो सप्ताह 15 जून तक पूरा होगा. अनुपम कुमार ने बताया कि 15 जून के बाद ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटर को समाप्त किया जाएगा. माननीय मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जो डोर टू डोर स्क्रीनिंग हो रही है, उसमे गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों को चिन्हित कर उनका विशेष रूप से ध्यान रखा जाए.
लॉकडाउन में काफी दी गई ढील
अनुपम कुमार ने आगे कहा कि लॉकडाउन में काफी हद तक ढील दी जा चुकी है और अब काफी एक्टिविटी बढ़ेंगी. इसलिए सरकार ने बड़े पैमाने पर जागरूकता कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी पंचायतों में माइकिंग के माध्यम से और विभिन्न मीडिया प्लेटफॉर्म्स/होर्डिंग्स/रेडियो/टेलीविजन के जरिए काफी इंटेंसिटी के साथ अवेयरनेस ड्राइव चलाया जाएगा. ताकि इस बीमारी से बचाव के लिए जो भी उपाय है, उसका अनुपालन हो सके. सूचना सचिव ने कहा कि इसके लिए अगले एक से दो दिनों में मास स्केल पर एक अवेयरनेस ड्राइव शुरू किया जाएगा.
इतने लोग ठीक होकर लौटे घर
सूचना और जनसंपर्क सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि अभी के डेट में आपदा राहत केन्द्रों की संख्या कम हो रही है. इसका कारण है कि परिवहन की सुविधा मिलने से ज्यादातर लोग अपने गंतव्य तक पहुंच चुके हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के विभिन्न शहरों में ठेला वेंडर, दिहाड़ी मजदूर, रिक्शा चालक और अन्य जरूरतमंद लोगों के भोजन, आवासन और उनके स्वास्थ्य जांच के लिए वर्तमान में 64 आपदा राहत केंद्र फंक्शनल हैं. जिसमे लगभग 11,500 लोग लाभान्वित हो रहे हैं. सूचना सचिव ने आगे बताया कि ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटर्स की संख्या अभी 12,291 हैं. इनमे अभी तक कुल 13 लाख 71 हजार 266 लोग आवासित हुए हैं. लेकिन, इनमें से 7 लाख 94 हजार 474 लोग क्वॉरेंटाइन की निर्धारित अवधि पूरी कर अपने घर जा चुके हैं और वे अब होम क्वारंटाइन में हैं.
बिहार के बाहर फंसे प्रवासियों को मुहैया कराई गई राशि
अनुपम कुमार ने कहा कि वर्तमान में 5 लाख 76 हजार 792 लोग ब्लॉक क्वॉरेंटाइन सेंटर्स में आवासित हैं. मुख्यमंत्री आपदा राहत कोष से मुख्यमंत्री विशेष सहायता योजना के अंतर्गत अब तक 20 लाख 44 हजार 531 प्रदेश के बाहर फंसे बिहारियों के लोगों के खाते में 1,000 रूपये की राशि अंतरित कर दी गयी है. उन्होंने बताया कि अभी तक 1 करोड़ 41 लाख राशन कार्ड धारियों के खाते में 1,000 रूपये की सहायता राशि भेजी जा चुकी है. सूचना सचिव ने कहा कि इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में जीविका की ओर से और शहरी क्षेत्रों में एन.यू.एल.एम. की ओर से राशन कार्ड विहीन परिवारों का सर्वे कराया गया था. जिसके आधार पर 21 लाख सुयोग्य परिवारों को भी 1,000 राशि की सहायता की गई. उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन पर सरकार का विशेष ध्यान है और सभी संबंधित विभाग निरंतर इसकी मॉनिटरिंग कर रहे हैं. लॉकडाउन पीरियड में अभी तक लगभग 4 लाख 36 हजार से अधिक संचालित योजनाओं के अंतर्गत 4 करोड़ 17 लाख से ज्यादा मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है. अनुपम कुमार ने बताया कि प्रवासी श्रमिकों को लाने के लिए जो ट्रेनें शिड्यूल्ड की गयी थी, उनमे से अधिकांश ट्रेनें बिहार आ चुकी हैं. अब तक कुल 1,433 श्रमिक स्पेशल ट्रेन/सीमावर्ती इलाकों से चलाई गयी. ट्रेनों के माध्यम से 19 लाख 47 हजार 127 लोग बिहार आए हैं.
अब तक 75,737 सांपलों की हुई जांच
वहीं, स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक कुल 75,737 सैंपल्स की जांच की जा चुकी है और अब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या 3,692 हो गई है. उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे में कोरोना के 181 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं. वहीं, 24 घंटे में 209 लोग स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं. लोकेश कुमार ने कहा कि इस प्रकार अब तक 1,520 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक कुल 23 लोगों की मौत हुई है जो कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं. इस प्रकार बिहार के 38 जिलों में 2,149 एक्टिव मामले हैं. उन्होंने कहा कि 3 मई के बाद का 2,569 प्रवासी व्यक्तियों में कोविड-19 पाए गए हैं. इसमें महाराष्ट्र से 648, दिल्ली से 559, गुजरात से 377, हरियाणा से 220, उत्तर प्रदेश से 134, राजस्थान से 125 सहित अन्य राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिक शामिल हैं.
अब तक 84,649 वाहन जब्त
उधर, एडीजी पुलिस मुख्यालय से प्राप्त सूचना के अनुसार लॉकडाउन का सख्ती से अनुपालन कराया जा रहा है. अब तक कुल 2,256 मामले दर्ज किए गए हैं और 2,432 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. इसके अलावा 84,649 वाहन जब्त किए गए हैं. अब तक इससे कुल 20 करोड़ 23 लाख 61 हजार 272 रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. जानकारी के अनुसार पिछले 24 घंटे में अवरोध पैदा करने के कारण 6 लोगों पर केस दर्ज किया गया है और 18 लोगों की गिरफ्तारियां हुई हैं. इसके साथ-साथ 756 वाहन जब्त किए गए हैं. वहीं, 23 लाख 17 हजार 600 रूपये जुर्माने के रूप में वसूल किए गए हैं. पुलिस मुख्यालय के मुताबिक कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और लॉकडाउन का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाए जा रहे हैं.