पटना: समान काम के लिए समान वेतन सहित अन्य मांगों पर प्राथमिक स्कूलों के नियोजित शिक्षक हड़ताल पर हैं. उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने नियोजित शिक्षकों से अपील की है कि, 'छात्रों के हित में जल्द से जल्द हड़ताल वापस लें. हमारी सरकार जरूर आपकी वेतन बढ़ाएगी.'
सुशील मोदी ने कहा कि, आपकी चिंता दूसरी सरकार नहीं करने जा रही है. हम लोग ही कर रहे हैं. जिनकी सरकार 15 वर्षों तक रही वे केवल आपको 1500 रुपये ही देते थे लेकिन हमारी सरकार बनी तो समय-समय पर वेतन में बढ़ोत्तरी करती रही है. अब तक 70 प्रतिशत से अधिक शिक्षक काम पर लौट गए हैं. शिक्षक देश का भविष्य संवारते हैं. उन्हें विद्यार्थियों की भी चिंता होती है. इसे ध्यान में रखकर आंदोलन खत्म कर विद्यालय पहुंचें और कक्षाएं संचालित करें.
17 फरवरी से नियोजित शिक्षक हैं हड़ताल पर
बता दें कि प्राथमिक स्कूलों के नियोजित शिक्षक 17 फरवरी से स्कूलों में तालाबंदी करते हुए हड़ताल पर है. शिक्षक संघ के नेताओं का कहना है कि जब तक उनकी मांग पर कोई फैसला नहीं लिया जाता तब तक वे लोग हड़ताल पर रहेंगे. शिक्षकों की हड़ताल से बिहार की शिक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे हो गई है.
हड़ताली शिक्षकों पर बड़ी कार्रवाई
दूसरी तरफ शिक्षकों ने इंटर परीक्षा की कॉपियों के मूल्यांकन कार्य का भी बहिष्कार कर दिया है. इस पर कार्रवाई करते हुए कई जिलों के शिक्षक को सस्पेंड कर दिया गया है. सैकड़ों हड़ताली शिक्षकों के ऊपर निलंबन की कार्रवाई होने से हड़ताली टीचरों में हड़कंप मच गया है.
नीतीश कुमार की दो टूक, बोले- नहीं दे सकते समान वेतन
हालांकि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साफ कर दिया कि वो शिक्षकों के दबाव के आगे नहीं झुकेंगे. सीएम नीतीश कुमार ने शिक्षकों से कहा कि आप 4 लाख हो जबकि बिहार की आबादी 12 करोड़ है. हमारी जितनी हैसियत है, उतना हम बढ़ाते रहेंगे, लेकिन शिक्षकों की यह मांग जायज नहीं हैं.
बिहार के 4 लाख नियोजित शिक्षक नियमित शिक्षकों के समान वेतन की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे हैं. उनकी इस हड़ताल में अब माध्यमिक स्कूल के शिक्षक भी शामिल हो गए हैं.