पटना: बिहार की राजधानी पटना के एसएमडी काॅलेज पुनपुन में संगोष्ठी का आयोजन किया गया था. इसमें राज्यपाल महामहिम राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को औपनिवेशिक सोच से उबारते हुए एक अच्छे मनुष्य के निर्माण की दिशा में एक सार्थक पहल के रूप में लागू किया है. एक अच्छा मनुष्य ही एक अच्छा चिकित्सक, शिक्षक ऑफिसर या अच्छा राजनेता बन सकता है.
ये भी पढ़ें : Vedic Conference In Patna : पटना में तीन दिवसीय वैदिक सम्मेलन शुरू, देशभर के जाने-माने वेदगुरु पहुंचे
नई शिक्षा नीति पर बोले राज्यपाल : दरअसल पुनपुन स्थित एसएमडी कॉलेज में दो दिवसीय राष्ट्र के निर्माण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति मानववाद एकात्मक का योगदान विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया था. यहां पर इस कार्यक्रम में राज्यपाल भी पहुंचे थे. सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर कहा कि यह नीति हमारे समग्र विकास का मार्ग प्रशस्त करती है.
"यह जमीन से जुड़ी हुई ऐसी शिक्षा नीति है जो हमारी मौजूदा जरूरत को भी पूरा करती हैं. यह शिक्षा नीति हमारे औपनिवेशिक सोच को बदलकर युवाओं में नई ऊर्जा भरती है. बिहार राज्य में भी नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू हो गई है".- राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर, राज्यपाल, बिहार
अभी की शिक्षा नीति में सिर्फ स्मरण शक्ति का परीक्षण : राज्यपाल ने कहा कि पुरानी शिक्षा नीति केवल सेवक पैदा करते थे. उसमें सिर्फ विद्यार्थियों की स्मरण शक्ति का ही परीक्षण हो पता था, लेकिन नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति को औपनिवेशिक सोच से उबारते हुए एक अच्छे मनुष्य के निर्माण की दिशा में एक सार्थक पहल के रूप में लागू किया गया है. राज्यपाल ने कहा कि आज हमें ऐसी शिक्षा नीति की आवश्यकता है जो हमें रोजगार याचक नहीं बल्कि रोजगार पैदा करने वाला दे सके. राष्ट्रीय शिक्षा नीति इसी दिशा में एक ठोस पहल है.
गौरतलब है कि एसएमडी काॅलेज पुनपुन में सक्षम राष्ट्र के निर्माण में राष्ट्रीय शिक्षा नीति विषय पर संगोष्ठी के मौके पर महामहिम राज्यपाल के अलावा मंच का संचालन डॉक्टर अविनाश झा, इतिहास विभाग पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, सभा की अध्यक्षता एसएमडी कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर रामकिशोर सिंह, गोरखपुर विश्वविद्यालय के सुधांशु चटर्जी एवं कॉलेज के प्रोफेसर शामिल रहे हैं.