पटना: राजधानी के प्रतिष्ठित पीएमसीएच मेडिकल कॉलेज में मंगलवार के दिन पीएमसीएच का 95वां एनुअल डे मनाया गया. आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्यपाल फागू चौहान शामिल हुए. वहीं, विशिष्ट अतिथि के तौर पर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे भी मौजूद रहे. मौके पर राज्यपाल फागू चौहान ने पीएमसीएच के प्रिंसिपल और सुपरिटेंडेंट समेत कई एल्यूमिनी डॉक्टरों को मोमेंटो देकर सम्मानित किया.
'भारत का छठा सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज'
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने कहा कि पीएमसीएच जल्द ही 5,462 बेड का सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनने जा रहा है. इस दिशा में काम भी शुरू हो चुका है. उन्होंने बताया कि इसके लिए लगभग साढे पांच करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं. वहीं, राज्यपाल फागू चौहान ने कहा कि पटना मेडिकल कॉलेज भारत के प्राचीनतम मेडिकल कॉलेजों में से एक है. इसकी स्थापना सर्वप्रथम 1874 ई. में सेंट पॉल मेडिकल कॉलेज के नाम से हुई थी. साथ ही उन्होंने बताया कि यह ब्रिटिश कालीन भारत का छठा सबसे पुराना मेडिकल कॉलेज है.
बारिश ने डाला कार्यक्रम में खलल
गौरतलब है कि तीन विभागों के फाउंडेशन डे के मौके पर फाइनल ईयर एमबीबीएस के टॉपर स्टूडेंट्स को गोल्ड मेडल से सम्मानित किया जाना था. वहीं, अचानक आए मौसम में बदलाव के कारण कार्यक्रम का माहौल बदल गया. दो-तीन छात्रों को अभी गोल्ड मेडल मिला ही था कि अचानक तेज हवाओं के साथ जोरदार बारिश आ गई. जिस कारण कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा. पीएमसीएच एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि अब दूसरे दिन अलग कार्यक्रम आयोजित करके छात्रों को गोल्ड मेडल प्रदान किया जाएगा.