पटना: कोरोना के बीच इस वर्ष अब तक सरकार ने 11.94 लाख श्रमिकों के लिए करीब 9.40 लाख मनरेगा जॉब कार्ड जारी किया है. कोरोना के दौरान जिलों को जॉब कार्ड बनाने का जो लक्ष्य दिया गया था, उसके विरूद्ध उपलब्धि करीब 97 फीसद है. यह जानकारी ग्रामीण विकास और संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने दी.
बारिश से काम प्रभावित
मंत्री ने बताया कि राज्य में 74.56 लाख सक्रिय मनरेगा जॉब कार्डधारी हैं. प्रदेश की 8386 ग्राम पंचायतों में से अभी 7791 पंचायतों में मनरेगा योजना से कई प्रकार के काम चल रहे हैं. इनमें 8.97 लाख से ज्यादा परिवार अथवा जॉब कार्डधारी को काम मिला है. इस वर्ष अब तक 8.10 करोड़ मानव दिवस सृजित किए गए हैं. हालांकि पिछले कुछ दिनों से कई जिलों में लगातार हो रही बारिश की वजह से काम प्रभावित हुआ है.
मनरेगा में चल रहे हैं यह काम :
- 8.40 लाख व्यक्तिगत, निजी लाभ की योजनाएं
- 10038 सार्वजनिक भूमि पर पौधरोपण
- 5754 जल संरक्षण योजना और सिंचाई योजनाएं
- 6136 सामुदायिक स्वच्छता परिसर का निर्माण
क्या कहते हैं ग्रामीण विकास मंत्री
मंत्री ग्रामीण विकास श्रवण कुमार ने बताया कि मनरेगा में काम की उपलब्धि के आधार पर सरकार ने जिलों की रैंकिंग कराई है. जिसमें किशनगंज पहले नंबर पर है. जबकि खगड़िया निचले पायदान पर है. जिलों की उपलब्धि के आधार पर रैंकिंग के लिए 100 अंक निर्धारित है.
खगड़िया अंतिम पायदान पर
राज्य का औसत वेटेज 53.45 है. 14 जिलों ने सबसे ज्यादा अंक हासिल किया है. इसमें किशनगंज- 60.87, शेखपुरा- 59.82, औरंगाबाद- 59.39, वैशाली- 59.24 जबकि खगड़िया- 41.17 सबसे कम अंक के साथ अंतिम पायदान पर है.