पटना: दरभंगा के सांसद गोपाल जी ठाकुर के नेतृत्व में मिथिला क्षेत्र के विधायक, मुखिया, पंच सरपंच सहित लगभग 100 की संख्या में प्रतिनिधि शनिवार को राजभवन पहुंचे और राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा. ज्ञापन सौंपने के बाद सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि हम लोगों ने राज्यपाल को ज्ञापन दिया और मांग की है कि महामहिम राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर पहल करके प्रधानमंत्री से दरभंगा एम्स का शिलान्यास अविलंब कराएं. साथ ही उन्होंने राज्य सरकार से भी मांग करते हुए कहा कि इसपर राजनीति ना करते हुए दरभंगा में जमीन उपलब्ध कराएं.
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गोपाल जी ठाकुर ने राज्यपाल को सौंपा ज्ञापन: सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि 2015-16 के बजट में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार को दूसरा एम्स देने का काम किया, लेकिन 8 वर्षों से बिहार की सरकार इसको लटकाने और भड़काने का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि राज्यपाल से हमने कहा कि बिहार सरकार दरभंगा जिले में एम्स के लिए जमीन मुहैया कराए, जिसका शिलान्यास देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करें. हम लोग इसका स्वागत करेंगे. दरभंगा में एम्स बन जाने से कुल 15 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिलेगा.
"हम महामहिम से एक ही आग्रह करने आए थे कि दरभंगा जिला में बिहार की सरकार जहां जमीन दे, वहां प्रधानमंत्री से शिलान्यास कराने के लिए चिट्ठी दें. हम उसका स्वागत करेंगे. महामहिम इस बात की पहल करें. प्रधानमंत्री को दरभंगा एम्स के शिलान्यास का तिथि निर्धारित करके आमंत्रण दें. हमारी यही मांग है."- गोपाल जी ठाकुर, दरभंगा सांसद
सांसद ने बताया क्यों जरूरी है दरभंगा में एम्स: दरभंगा सांसद ने आगे कहा कि देशभर में सत्तर प्रतिशत लोग हमारे क्षेत्र से बीमार होते हैं. इसका कारण कमला, कोसी, गंडक का आर्सेनिक युक्त पानी है. एम्स बन जाने से 8 करोड़ लोगों को इसका लाभ मिलेगा. नेपाल के 14 जिलेवासियों को इसका लाभ मिलेगा.पश्चिम बंगाल के छह जिलों को फायदा होगा. सिक्किम के सीएम ने भी कहा है कि दरभंगा एम्स ही निकट होगा. ऐसे में 15 करोड़ लोगों के लिए दरभंगा में एम्स होना आवश्यक है. महामहिम जी पहल करके प्रधानमंत्री से दरभंगा एम्स का शिलान्यास अविलंब कराएं. राज्य की सरकार इसपर राजनीति ना करते हुए दरभंगा में जमीन उपलब्ध कराए.
केंद्र और राज्य सरकार में छिड़ी जंग: बता दें कि दरभंगा एम्स को लेकर बिहार की नीतीश सरकार और केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के बीच जंग छिड़ी हुई है. यह लड़ाई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के उस बयान के बाद बढ़ गई है, जब उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि लोगों की सुविधा के लिए दरभंगा में एम्स खुल गया है. गरीबों को इलाज के लिए अब बाहर नहीं जाना पड़ेगा. इस पर नीतीश कुमार ने चुटकी लेते हुए कहा था कि अभी एम्स का निर्माण कार्य शुरू भी नहीं हुआ और कहा जा रहा है कि एम्स खुल गया.
जमीन पर तकरार: गोपाल जी ठाकुर का कहना है कि बिहार सरकार ने पहले दरभंगा मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के परिसर के अंदर भूमि आवंटित की थी. उन्होंने जगह बदलकर शोभन बाईपास को क्यों दे दी? बिहार सरकार नहीं चाहती है कि दरभंगा में एम्स शिलान्यास का क्रेडिट नरेंद्र मोदी को मिले.